अमेठी। मोहनगंज थाने पर तैनात महिला हेल्पडेस्क प्रभारी रश्मि यादव ने ड्यूटी के दौरान फांसी के फंदे से लटक आत्महत्या कर ली। जानकारी होते ही थाना परिसर में हड़कंप मच गया। एम्बुलेंस की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
शुक्रवार को थाने पर होने वाले क्षेत्राधिकारी के वार की तैयारी को लेकर महिला हेल्पडेस्क प्रभारी रश्मि यादव थाने पर बैठी थी। दो बजे क्षेत्राधिकारी का वार स्थगित होने की सूचना आई और वह यह कहकर अपने सरकारी आवास पर चली गई कि अग्रिम आदेश की सूचना देना। इसी दौरान विभागीय सूचना आई कि सीओ के बजाय रात में अपर पुलिस अधीक्षक वार करेंगे।
सूचना के लिए पुलिस स्टाफ ने उन्हें पहले फोन पर सूचना देने की कोशिश की। फोन न उठने पर पुलिसकर्मी उनके आवास पर गए और आवाज लगाई। दरवाजा न खोलने पर लोगों को शंका हुई। जिस पर पुलिस कर्मियों ने दरवाजा तोड़ा तो वहां का नजारा उलट देखने को मिला। वर्दी, कमर में पिस्टल लगी हुई चौकी प्रभारी की का शव दुपट्टे से पंखे से लटकता मिला। यह वाकया देख पुलिसकर्मी दंग रह गए। एम्बुलेंस के माध्यम से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।
2017 में हुआ था चयन : रश्मि यादव का दारोगा पद पर चयन 2017 में हुआ। प्रशिक्षण अवधि पूरा हाेने के बाद नवंबर 2018 में उनकी तैनाती अमेठी जनपद में हुई। तब से वह विभिन्न थानों में अपनी सेवाएं दे रही थीं। दो दिन पहले गौरीगंज वन स्टाप सेंटर पर रश्मि का तबादला किया गया था। पिता ने लगाया हत्या का आरोप पिता मुन्ना लाल यादव ने रश्मि की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
वह कहते हैं कि दो दिन पहले बुधवार को वह घर गई थी। तब वह कह रही थी कि उसका स्थानांतरण हो जाता तो अच्छा रहता। उन्होंने अभी कोई तहरीर नहीं दी है। कहा कि पुलिस का मामला है, इस केस को पुलिस देखे। उपनिरीक्षक रश्मि के खुदकुशी के कारणों की जांच की जा रही है। मोबाइल काल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। शुक्रवार को दो बजे तक वह सीओ आफिस गौरीगंज में थी। सभी बिंदुओं की जांच होगी।दिनेश सिंह, पुलिस अधीक्षक