ग्रेटर नोएडा। वंदे भारत ट्रेन के कोच का गौतमबुद्ध नगर में निर्माण हो सकता है। टीटागढ़ वेगन्स और रामकृष्ण फार्जिंग्स लि. ने संयुक्त उपक्रम के लिए यमुना प्राधिकरण से सौ एकड़ जमीन मांगी है।
प्राधिकरण ने जमीन आवंटन पर मौखिक सहमति के साथ ही निवेश के लिए शासन में आवेदन करने की सुझाव दिया है। औद्योगिक इकाई में वंदे भारत कोच के अतिरिक्त ट्रेन के लिए व्हील का भी निर्माण होगा।
यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ है। विभिन्न रूट पर वंदे भारत ट्रेन दौड़ रही हैं। इन ट्रेन के कोच का गौतमबुद्ध नगर में निर्माण करने के लिए टीटागढ़ वेगन्स के निदेशक अनिल कुमार अग्रवाल और रामकृष्ण फार्जिंग्स लि. के कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य वित्त अधिकारी ललित कुमार खेतान ने मंगलवार को प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह से मिलकर प्राधिकरण क्षेत्र में निर्माण इकाई लगानी की इच्छा जताई है।
इकाई के लिए प्राधिकरण से सौ एकड़ जमीन मांगी गई है। इन्वेस्ट यूपी की आन लाइन बैठक में भी उन्होंने अपने प्रस्ताव से अवगत कराया। उन्हें अपने प्रस्ताव के साथ निवेश के लिए आवेदन करने काे कहा गया है। प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर दस में सौ एकड़ जमीन आवंटित करने पर सहमति बनी है।
चार चरण में इकाई का विस्तार होेगा। पहले चरण में सात हजार करोड़ रुपये के निवेश का दावा किया गया है। दोनों कंपनी पश्चिम बंगाल बेस्ड हैं और रेलवे के लिए वेगन्स व अन्य उपकरण का निर्माण कर रही हैं। सालाना 12 वेगन्स की निर्माण इकाई है।
मेट्रो कोच का भी होगा निर्माण
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 32 में मेट्रो कोच फैक्ट्री भी प्रस्तावित है। इसके लिए प्राधिकरण ने पीपी इंटरनेशनल को 25 एकड़ जमीन आवंटित की है। जमीन की लीजडीड हो चुकी है। दो बीघा जमीन पर कब्जा न मिल पाने के कारण फैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका, लेकिन प्राधिकरण का दावा है कि जमीन का मामला सुलझ गया है। फैक्ट्री में सौ कोच सालाना बनेंगे। पहले फेज में छह सौ लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।