Home Breaking News इसी को कहते हैं किस्मत, कनपटी से सटाकर दो बार चलाई गोली, फिर भी बच गई जान, नोएडा का मामला
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इसी को कहते हैं किस्मत, कनपटी से सटाकर दो बार चलाई गोली, फिर भी बच गई जान, नोएडा का मामला

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एक युवक का अपहरण कर गोली मारने के आरोप में नोएडा पुलिस ने राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर समेत तीन आरोपियों को शुक्रवार रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। गोली लगने के बाद तीनों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि क्रिकेट खेलने के दौरान हुई कहासुनी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था।

नोएडा सेंट्रल जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गांव सोरखा में रहने वाले लालाराम सेक्टर-65 स्थित वेंडर जोन में ठेली पर खाना बनाकर बेचते हैं। 5 फरवरी को उन्होंने पुलिस को बताया कि उनका 20 वर्षीय बेटा अजय कुमार वेंडर जोन के निकट पार्क में क्रिकेट खेलने गया था। वह वहां से सरकारी शौचालय में शौच करने के लिए चला गया। उसके बाद से वह नहीं मिल रहा। थाना फेज-तीन पुलिस ने शिकायत के आधार पर गुमशुदगी दर्ज करते हुए युवक की तलाश शुरू की। 6 फरवरी को लालाराम के पास सूचना आई कि उनका बेटा बरेली में हाईवे किनारे लहूलुहान अवस्था में मिला है। उसके सिर में गोली लगी हुई है। पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे परिजनों ने अजय का बरेली में प्राथमिक उपचार कराया और उसे लेकर नोएडा आ गए। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने उसके सिर में फंसी गोली निकाल दी। होश में आने के बाद अजय ने पुलिस को बताया कि 5 फरवरी को उसे शौचालय के निकट लक्की राठौर, सत्यम यादव और सौरभ राजपूत मिले। तीनों ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया और गाड़ी में डालकर ले गए।

इसके बाद तीनों आरोपियों ने अज्ञात स्थान पर उसके सिर में गोली मार दी। आरोपियों के नाम सामने आने पर पुलिस ने तीनों की खोजबीन शुरू की। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात टीम ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बिना नंबर प्लेट लगी कार में तीन संदिग्ध लोग आते दिखाई दिए। उन्हें रुकने का इशारा करने पर वह फायरिंग करते हुए भागने लगे। कार सवार गढ़ी गोल चक्कर पर खाली पड़े मैदान में घुस गए। पुलिस की कार्रवाई में तीनों संदिग्ध पैर में गोली लगने से घायल हो गए।

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आरोपियों की पहचान जिला जालौन के गांव गुपलापुर निवासी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर लक्की उर्फ काकसी राठौर, जिला अलीगढ़ के गांव बमहौरी निवासी सौरभ चौहान और सेक्टर-63 क्षेत्र के गांव छिजारसी निवासी सत्यम यादव के रूप में हुई। तीनों के पास से तीन तमंचे, छह कारतूस, पीड़ित अजय का मोबाइल फोन और कार बरामद हुई।

कहासुनी का बदला लेने के लिए जान लेने की ठानी

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि लक्की पर्थला के पास क्रिकेट एकेडमी चलाता है, जहां अजय और अन्य लोग क्रिकेट खेलते थे। लक्की कई बार अजय पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर देता था। इसी बात को लेकर कुछ माह पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसका बदला लेने के लिए लक्की ने सौरभ चौहान और सत्यम यादव से चर्चा की। सौरभ ने हथियार की व्यवस्था की और तीनों ने मिलकर अपहरण के बाद उसकी हत्या की योजना बनाई।

किराये पर कार लेकर रची पूरी साजिश

आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ऐप के जरिये कार को किराये पर लिया था। 5 फरवरी को अजय से कहा कि वह घूमने चल रहे हैं। कार में बैठने के बाद उसका मोबाइल फोन छीन लिया और नैनीताल घूमने की बात कहने लगे। इसके बाद बरेली में अजय की हत्या कर फेंकने का निर्णय लिया। सौरभ ने सिर पर तमंचा लगाकर गोली चलाई तो कारतूस धोखा दे गया। दूसरी बार में गोली सिर में मारी और मरा समझकर भाग गए।

अरुणाचल प्रदेश की ओर से खेल चुका

पुलिस के अनुसार, लक्की उर्फ काकसी राठौर राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है। दाहिने हाथ से बैटिंग और लेग स्पिन गेंदबाजी करने वाला ऑलराउंडर लक्की वर्ष 2016 में अंडर-19 में सौराष्ट्र की तरफ से क्रिकेट टूर्नामेंट खेल चुका है। इसके अलावा वर्ष 2023 में वह अरुणाचल प्रदेश की टीम से भी खेलता था। एक क्रिकेट साइट के अनुसार, वह लोकल स्तर के 900 से अधिक मैच खेल चुका है। इसमें उसके 30 हजार से अधिक रन और 69 शतक हैं। साथ ही 779 विकेट झटके हैं। लक्की को एक वेबसाइट की ओर से वर्ष 2023 में सबसे अधिक शतक लगाने पर पुरस्कार भी मिल चुका है। वहीं, चर्चा है कि लक्की आईपीएल के लिए भी तैयारी कर रहा था।

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