नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर थाना पुलिस ने लोगों को अमेजन एप में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान शकरपुर निवासी मोनिंदर श्रीवास्तव और नोएडा निवासी प्रमोद प्रभाकर के रूप में हुई है। इनसे दो लैपटाप, दो मोबाइल, मोबाइल कम टैबलेट, चार डेबिट कार्ड व पांच चेक बुक बरामद हुए हैं। पुलिस ने बैंक खातों को सीज भी किया है जिनमें करीब पांच लाख रुपये थे।
दक्षिण-पूर्व जिले की पुलिस उपायुक्त ईशा पांडेय ने बताया कि आठ अप्रैल को आकांक्षा ने साइबर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि कुछ ठगों ने अमेजन एप में नौकरी दिलाने के नाम पर उनके खाते से चार लाख रुपये उड़ा लिए।
इसके लिए ठगों ने उन्हें मोबाइल पर एक मैसेज भेजा था जिसमें एक लिंक अटैच था। लिंक पर क्लिक करते ही उनके खाते से चार लाख रुपये कट गए। छानबीन के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त-द्वितीय राजीव कुमार अंबस्ता के नेतृत्व व एसीपी मनोज सिन्हा की देखरेख में इंस्पेक्टर कुलदीप शेखावत, एसआइ अतुल यादव और हेडकांस्टेबल सतेंद्र की टीम बनाई गई। टीम ने पीड़िता के मोबाइल और सीडीआर की सारी डिटेल ली।
इसके बाद तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से जिस खाते में आकांक्षा के खाते से पैसा ट्रांसफर हुआ, उसके स्वामी का पता लगाया, तो उसकी पहचान शकरपुर निवासी मोनिंदर श्रीवास्तव के रूप में हुई। पूछताछ में मोनिंदर ने साथी नोएडा निवासी प्रमोद प्रभाकर के बारे में बताया तो उसे भी नोएडा से गिरफ्तार कर लिया गया। उससे इलेक्ट्रानिक गैजेट और बैंक से संबंधित कागजात बरामद हुए। साथ ही पुलिस ने कुछ बैंक खातों को भी सीज कर दिया।
मोबाइल हैक करके लगाते थे खाते में सेंध : आरोपितों ने बताया कि वे लोगों को अमेजन में नौकरी का मैसेज भेजते थे। मैसेज में एक ऐसा लिंक अटैच करके रखते थे, जिस पर क्लिक करते ही पीड़ितों का मोबाइल हैक हो जाता था। साथ ही उस नंबर से संबंधित बैंक खाते की ओर से एक ओटीपी पीड़ित के मोबाइल पर आ जाता था।
उसका प्रयोग कर आरोपित पीड़ितों के खाते से पैसे निकाल लेते थे। आरोपितों ने बताया कि इस कार्य में चार अन्य आरोपित भी उनका साथ दे रहे थे। फिलहाल पुलिस अन्य आरोपितों की पहचान के साथ मामले की जांच में जुटी हुई है।