नोएडा: बिलासपुर चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की पिटाई से आहत होकर 16 वर्षीय नाबालिग ने आत्महत्या कर ली। आरोप है कि पुलिस ने नाबालिग को करीब चार दिन तक अवैध रूप से चौकी में हिरासत में रखकर मारपीट की थी। मृतक के घरवालों ने दारोगा विकास बालियान और सिपाही विनीत को नामजद करते हुए ईकोटेक प्रथम थाने में शिकायत दी है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधिकारियों ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।
इमालियका गांव के 8 युवकों को बिलासपुर पुलिस चौकी प्रभारी ने 20 फरवरी को बाइक लूटने के मामले में हिरासत में लिया था। आरोप है कि सभी को बुरी तरह मारा-पीटा गया। पुष्पेंद्र ने बताया कि पुलिस ने उनके 16 वर्षीय भतीजे गोविंदा समेत 6 लोगों को लाखों रुपये लेकर छोड़ा था। जिन दो युवकों के परिवार ने रुपये नहीं दिए। उन्हें तमंचा रखने के आरोप में कोर्ट में पेश किया गया था।
पुष्पेंद्र ने बताया कि झूठे मामले में हिरासत में लेने और बुरी तरह मारपीट करने के कारण समाज में हुई बेइज्जती से आहत होकर उनके भतीजे ने शुक्रवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घरवालों ने बताया कि गोविंदा 8वीं कक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर रहा था। ग्रेनो अडिशनल डीसीपी दिनेश कुमार ने बताया कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। आगे जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।