नई दिल्ली। पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से भेजे जा रहे ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियारों की तस्करी समेत जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में बैठक हो रही है।
मंगलवार को होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला करेंगे और इसमें केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष अधिकारी और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। बैठक हाइब्रिड मोड में हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण मेहता, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ के शीर्ष अधिकारी, अर्धसैनिक बलों के प्रमुख और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश में विकास परियोजनाओं की समीक्षा के साथ सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरे ड्रोन घुसपैठ से निपटने पर भी चर्चा होगी।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस साल सीमा पर लगभग 20 ड्रोन मार गिराए, जबकि पिछले साल केवल एक और कई हथियार बरामद किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में जम्मू-कश्मीर में बाहर से काम करने आए अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों और मजदूरों की टारगेट किलिंग पर भी चर्चा हो सकती है।
अक्टूबर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद इलाके में सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय की यह पहली बैठक है। नवंबर में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें वहां की स्थिति से अवगत कराया।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला बैठक की अध्यक्षता करेंगे और आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा करेंगे।