लखनऊ: चर्चित सीमा हैदर प्रकरण में एटीएस ने बुलंदशहर जिले से जनसेवा केंद्र संचिलित करने वाले दो भाईयों को हिरासत में ले लिया है। इन पर सीमा के फर्जी दस्तावेज बनाने का आरोप है। एटीएस ने भले ही सीमा हैदर को लंबी पूछताछ के बाद छोड़ दिया है पर उसके मामले में जांच का सिलसिला जारी है। जांच एजेंसी कम्प्यूटर व अन्य दस्तावेज भी साथ ले गई है।
पकड़े गए कैफे संचालक सचिन के रिश्तेदार के परिचित
रविवार को पकड़े गए कैफे संचालक भाई पवन मीणा और पुष्पेंद्र दोनों सचिन के रिश्तेदार के परिचित बताए गए हैं। एटीएस यहां जिले के अहमदगढ़ कस्बे में सचिन को अपने साथ लेकर पहुंची थी। जांच में सामने आया है कि पूर्व में सचिन और सीमा यहां आए थे और इस जनसेवा केंद्र पर सीमा के कुछ फ़र्जी दस्तावेज तैयार हुए थे। पता चला है कि अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के गांव गंगावास में सचिन मीणा की बुआ कमलेश और फूफा संतोष रहते हैं।
सचिन के फूफा के घर पहुंची एटीएस, फुफेरे भाई विनय के बारे में पूछताछ की
एटीएस और नोएडा पुलिस की एक टीम सचिन के फूफा के भी घर पहुंची और वहां सचिन के फुफेरे भाई विनय के बारे में पूछताछ की। जांच में यह भी सामने आया है कि सीमा और सचिन कोर्ट मैरिज करने वाले थे पर ऐन वक्त पर वकील ने पाकिस्तानी दस्तावेज होने के कारण कोर्ट मैरिज कराने से इनकार कर दिया था। इस वजह से दोनों कोर्ट मैरिज नहीं कर पाए।
रबूपुरा से भी एक युवक को हिरासत में लिया गया
इसके अलावा रबूपुरा से भी एक युवक को हिरासत में लिया गया है। हालांकि गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। लेकिन अहमदगढ़ और रबूपुरा में पुलिस कार्रवाई की चर्चा शुरू हो गई है। बिना वीजा के पाकिस्तान से रबूपुरा पहुंची सीमा हैदर के 50 दिन छिपकर रहने और फर्जी ढंग से आधार कार्ड बनवाने के खुलासे के बाद जांच में तेजी आई है। सूत्रों के मुताबिक आधार कार्ड एडिट कर बनाए गए हैं।