नोएडा। उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाले जिले में एक युवक को बैटरी चोरी के शक में 48 घंटे तक बंधक बनाकर बर्बरता से पीटा गया। कोतवाली फेज-दो पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन युवक को ढूंढने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
अपहृत युवक की पत्नी और युवक का भाई थाने-चौकी के चक्कर लगाकर थक गए। किसी तरह अपहर्ताओं के चंगुल से छूटकर 10 दिन बाद घर पहुंचे युवक ने स्वजन को आपबीती बताई। जिसे सुनकर उनके भी रोंगटे खड़े हो गए।
रहम की भीख मांगता रहा पीड़ित
कोतवाली फेज-दो नया गांव के समयदीन ने 21 अगस्त को सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उसने बताया था कि भाई सलाउद्दीन ईंटों का कारोबार करता है। 18 अगस्त की शाम सलाउद्दीन और रफाकत को अर्लीवर्दीपुर गांव के राजू, सद्दाम, आमिर, बादशाह, मुस्ताक और गांव हल्द्वानी के समीर और शौकीन अपहरण करके ले गए हैं, लेकिन रफाकत को अगले दिन आरोपितों ने पिटाई के बाद छोड़ दिया था।
रफाकत ने बताया था कि सलाउद्दीन को बैटरी चोरी के शक में उठाकर ले गए हैं। रविवार शाम सलाउद्दीन घर पहुंच गया। उसने स्वजन को बताया कि आरोपितों ने उसे अपहरण करने के बाद बुरी तरह पीटा। अगले दिन उसे खुर्जा ले गए। वहां से भी एक युवक को उठाया और पिटाई की। सलाउद्दीन ने बताया कि उसने बच्चों की कसम खाकर कहा कि उसने कोई बैटरी चोरी नहीं की है।
रहम की भीख मांगी, लेकिन आरोपित पीटते रहे। 20 अगस्त को खुर्जा से लौटते समय सिकंद्राबाद में आरोपित बिरयानी खाने लगे। इसी दौरान सलाउद्दीन आरोपितों के चंगुल से भाग निकला। आरोपितों की पिटाई से भयभीत सलाउद्दीन आठ दिन तक दोस्त के यहां छिपा रहा।
पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में
अपहृत युवक के भाई का कहना है कि नामजद मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने किसी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया। इस दौरान उसे आरोपितों की तरफ से धमकी मिलती रहीं। थाने-चौकी के चक्कर लगाने के अलावा वह जगह-जगह भाई को खोजता रहा।
सोच पर भी उठे सवाल
इस घटना के बाद उस सोच पर भी सवाल उठने लगे हैं कि किसी को 48 घंटे तक सिर्फ बैटरी चोरी के शक में पीटा जाए। वादी समयदीन का कहना है कि आरोपितों ने न तो बैटरी चोरी की कोई रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही किसी को सूचना दी। आरोपितों ने कानून हाथ में लेकर सलाउद्दीन को टार्चर किया।
साक्ष्य किए जा रहे एकत्र
युवक के अपहरण से लेकर सकुशल घर वापसी तक मामला संदेह के दायरे में है। मामले की जांच की जा रही है। युवक लौट आया है। साक्ष्य एकत्र कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। – सुनीति, डीसीपी सेंट्रल