रियाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने का श्रेय लेते दिखे. मंगलवार को सऊदी अरब के रियाद में यूएस-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच सैन्य संघर्ष विराम कराने में अहम भूमिका निभाई है.
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने की सहमति पर उन्होंने कहा, “मेरी सबसे बड़ी इच्छा शांतिदूत बनना और एकता लाना है. मुझे युद्ध पसंद नहीं है… कुछ ही दिन पहले, मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए ऐतिहासिक युद्धविराम सफलतापूर्वक करवाया.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “दोनों देशों के पास बहुत शक्तिशाली, मजबूत और चतुर नेता हैं. यह सब रुक गया है और उम्मीद है कि यह ऐसे ही रहेगा. वे (भारत-पाकिस्तान) वास्तव में साथ मिल रहे हैं. शायद हम उन्हें साथ में लाकर एक अच्छा डिनर भी करा सकें. उस संघर्ष में लाखों लोग मारे जा सकते थे, जो छोटे से शुरू हुआ और दिन-ब-दिन बड़ा होता जा रहा था.”
उन्होंने कहा, “मैंने काफी हद तक व्यापार का इस्तेमाल किया. मैंने कहा, चलो एक सौदा करते हैं, चलो कुछ व्यापार करते हैं. चलो परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं करते, चलो उन चीजों का व्यापार करते हैं जो आप इतनी खूबसूरती से बनाते हैं.”
मैंने तीन सप्ताह में ISIS को खत्म कर दिया…
शांति स्थापना के अपने ट्रैक रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “जैसा कि मैंने अपने उद्घाटन भाषण में कहा था, मेरी सबसे बड़ी उम्मीद शांति स्थापित करने वाला और एकजुट करने वाला बनना है. मुझे युद्ध पसंद नहीं है. वैसे, हमारे पास दुनिया के इतिहास की सबसे बड़ी सेना है. मैंने अपने पहले चार वर्षों में अपनी सेना का पुनर्निर्माण किया और इसे सबसे शक्तिशाली सेना में बदल दिया. आपने देखा कि मैंने तीन सप्ताह में ISIS को खत्म कर दिया. लोगों ने कहा कि इसमें चार साल, पांच साल लगेंगे. मैंने यह कर दिखाया. हमने इसे तीन सप्ताह में कर दिखाया.”