Home Breaking News नशे की लत में नौकरी छूटी तो अकाउंटेंट बन गया बाइक चोर, जूस की दुकान चलाने वाले दोस्त के साथ करता था चोरी… नोएडा पुलिस ने पकड़ा
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नशे की लत में नौकरी छूटी तो अकाउंटेंट बन गया बाइक चोर, जूस की दुकान चलाने वाले दोस्त के साथ करता था चोरी… नोएडा पुलिस ने पकड़ा

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नोएडा सेक्टर-58 पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया। एक आरोपी कई कंपनियों में अकाउंटेंट की नौकरी कर चुका है। नशे की लत के चलते उसकी नौकरी छूटी तो वह एक रेहड़ी वाले के साथ मिलकर वाहन चोरी करने लगा।

एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पिछले कई दिनों से पुलिस की टीम वाहन चोरों को पकड़ने में जुटी थी। पुलिस टीम ने गुरुवार को सूचना के आधार पर सेक्टर-56 स्थित टी प्वाइंट से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान उत्तराखंड के जिला पौड़ी गढ़वाल के गांव पोखड़ा निवासी हेमंत उर्फ शानू उर्फ दक्ष रावत के रूप में हुई है। हेमंत नोएडा के गांव होशियारपुर में किराये पर रहता है और सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के निकट जूस का ठेला लगाता है, जबकि दूसरे बदमाश की पहचान गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी के गीतांजलि विहार निवासी रविंद्र सिंह बसनाल के रूप में हुई। 27 वर्षीय रविंद्र मूलरूप से उत्तराखंड का रहने वाला है और पिछले कई वर्षों से खोड़ा कॉलोनी में रहता है।

आरोपियों के पास से विभिन्न स्थान से चोरी की गईं 10 बाइक और एक चाकू बरामद हुआ। आरोपियों ने बताया कि वह अपने पास चाकू इसलिए रखते थे, ताकि किसी व्यक्ति द्वारा पकड़े जाने पर उसे डराकर भाग सकें। पूछताछ में रविंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने बीकॉम तक पढ़ाई की है। वह कई कंपनियों में अकाउंटेंट की नौकरी कर चुका है। नौकरी के दौरान ही वह नशे का आदी हो गया। परिजनों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया। इसके चलते उसकी नौकरी छूट गई। नशा मुक्ति केंद्र से बाहर निकलने के बाद फिर नशा करने लगा।

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रविंद्र ने पुलिस को बताया कि करीब एक वर्ष पहले वह सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के निकट जूस का ठेला लगाने वाले हेमंत उर्फ शानू के पास रुका। इसी दौरान पता चला कि हेमंत भी उत्तराखंड का रहने वाला है। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। हेमंत भी नशे का आदी है। नशे के खर्चे को पूरा करने के लिए दोनों मिलकर पिछले छह माह से दोपहिया वाहन चोरी करने लगे। वे चोरी किए वाहनों को लोगों को सस्ते दाम पर बेच देते थे। उससे मिले रुपये को आपस में बांट लेते थे।

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