नोएडा: बदलते मौसम के साथ बीमारियों का बढ़ना लाज़मी है लेकिन उससे लड़ने के लिए जिला अस्पताल और बाल चिकित्सालय तैयार नज़र नहीं आ रहा है। यहां आज भी डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है, हालांकि जिला अस्पताल में मूलभूत सुविधा जैसे बेड़ों की संख्या को बढ़ाकर दोगुनी से भी ज्यादा कर दिया गया है लेकिन डॉक्टरों की संख्या नहीं बढ़ी। वहीं, बात करें बाल चिकित्सालय कि तो यहां भी 36 डॉक्टरों की कमी है, जिसे देखते हुए हाल ही अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टरों की भर्ती निकाली है।
अब तक क्या लिए गए फैसले –
मालूम हो कि जिला अस्पताल सेक्टर-39 में स्थानांतरित होने के बाद बेड की संख्या 244 कर दी गई। वहीं आईसीयू, एनआईसीयू, 24 घंटे जांच सहित कई सुविधाएं शुरू की गईं, लेकिन 100 बेड के अनुसार ही अस्पताल में डॉक्टर काम कर रहे हैं। वहीं, आईसीयू और एनआईसीयू में इन्हीं डॉक्टरों से काम चलाया जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान जिले में आए 10 डॉक्टरों की भी सेवाएं ली जा रही हैं। अभी 30 स्थायी डॉक्टर काम कर रहे हैं। वहीं, 15 से ज्यादा संविदा पर हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के लिए 70 से ज्यादा डॉक्टरों की जरूरत है।
अब क्या है प्लान –
बाल चिकित्सालय में 36 डॉक्टरों की भर्ती निकाली गई है। इसमें सबसे ज्यादा भर्ती आर्थोपेडिक्स, कार्डियोलॉजी, जेनेटिक्स, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी सहित अन्य विभागों में डॉक्टर रखे जाएंगे। अस्पताल के अलग-अलग विभाग में 90 से ज्यादा डॉक्टर होने चाहिए। इन डॉक्टरों की भर्ती के लिए पहले और तीसरे मंगलवार को साक्षात्कार आयोजित किए जा रहे हैं। बाल चिकित्सालय में 10 से ज्यादा डॉक्टरों का बांड अगस्त के अंतिम सप्ताह में खत्म हो जाएगा। वहीं, तीन डॉक्टरों का बांड खत्म हो गया है, लेकिन इनके स्थान पर नए डॉक्टर भर्ती नहीं किए गए। भर्ती प्रक्रिया जारी होने का दावा बाल चिकित्सालय प्रबंधन ने किया है, लेकिन बांड खत्म होने वाले डॉक्टरों के विकल्प नहीं मिले हैं। लिहाजा जेनेटिक्स विभाग बंद हो गया है. डॉक्टर का बॉन्ड खत्म होने से डायलिसिस बंद हो गया है।
अधिकारियों से बात –
जिला अस्पताल में कई सुविधाएं बढ़ी हैं. बेड की संख्या भी बढ़ी है. लिहाजा शासन से डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है – डॉ. रेनू अग्रवाल, सीएमएस, जिला अस्पताल

डॉक्टरों की नियुक्ति से संबंधित प्रक्रिया जारी है. नियुक्ति के लिए एक बार साक्षात्कार हो चुका है. जल्दी ही तैनाती कर दी जाएगी – डॉ. एके सिंह, निदेशक, बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर संस्थान
संवादाता –
निखिल लहरी, नोएडा