जेवर: यमुना में जलस्तर बढने से जेवर क्षेत्र के कई गांवों की फसल पानी में डूब गई। खतरे को भांपते हुए बिजली विभाग ने रविवार को एहतियात के तौर पर डूब क्षेत्र की बिजली आपूर्ति काट दी। तहसील प्रशासन सभी बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
ओखला बैराज से पानी छोड़ने के कारण यमुना नदी में जल स्तर बढ़ गया है। जेवर क्षेत्र के गांव झुप्पा, छातंगा, पूरन नगर, शमशमनगर, कानीगढ़ी आदि गावों की पुश्ता के डूब क्षेत्र में स्थित फसल में पानी में डूब गई। जिससे ज्वार, धान व मक्का आदि की फसल में भारी नुकसान होने की आशंका है। उपजिलाधिकारी जेवर रजनीकांत ने बताया कि जेवर क्षेत्र में जनता इंटर कालेज, मेवला गोपालगढ़, झुप्पा व भाईपुर में चार बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। तहसील परिसर में कंट्रोल रूम बनाया गया। विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी विशाल यादव ने बताया कि पुश्ता से आगे यमुना की ओर के डूब क्षेत्र की बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया गया है।
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पुश्ता की हालत कई स्थानों पर जर्जर
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005 में यमुना का पुश्ता बनने के बाद उसकी एक बार भी मरम्मत नहीं की गई है। बरसात की वजह से कई स्थानों पर पुश्ता दोनों तरफ से कट चुका है। उसकी चौड़ाई पांच से सात फीट तक रह गई है। पुश्ता निर्माण के दौरान उसकी ऊपरी सतह करीब 25 फीट चौड़ी थी। वहीं सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बाढ़ की आशंका को देखते हुए पुश्ता की रखवाली व अस्थायी मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। पुश्ता पर कई कामगार कटान वाले स्थानों पर मरम्मत करने में जुट गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर पुश्ता से पानी आबादी की ओर आया तो भारी नुकसान हो सकता है।