Home Breaking News कम उम्र के लोगों को इन वजहों से हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां?
Breaking Newsलाइफस्टाइलस्वास्थ्य

कम उम्र के लोगों को इन वजहों से हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां?

Share
Share

नई दिल्ली। भारत में युवा और स्वस्थ वयस्कों के बीच दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक के केस दिन प्रति दिन बढ़ रहे हैं। हाल ही में एक मामला इंदौर (Indore) से देखने को मिला। जहां वृंदावन होटल के मालिक प्रदीप रघुवंशी की जिम में हार्ट अटैक से मौत हो गई। इससे पहले भी कई ऐसे मामले साल 2022 में आए थे। जब मुंबई में गरबा खेलने के दौरान एक 35 वर्षीय युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। एक दूसरा वीडियो गुजरात के आणंद जिले से आया था। जिसमें 21 वर्षीय युवक गरबा खेलते-खेलते अचानक जमीन पर गिर जाता है और तुरंत ही उसकी मृत्यु हो जाती है। तीसरी घटना उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में हुई थी। यहां भी नवरात्रि पर एक कार्यक्रम में हनुमान जी की भूमिका निभा रहे कलाकार की लाइव परफॉर्मेंस के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इन सारी ही घटनाओं में मरने वाले लोग ज्यादा उम्र के नहीं थे। कोई 21 साल का था, तो कोई 35 साल का। पहले जहां हार्ट अटैक की परेशानी बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती थी, वहीं अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। आखिर इसके पीछे क्या कारण है। लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि लोगों के बीच इस समस्या को लेकर चिंता बढ़ गई है।

गोरखपुर में सत्यम हॉस्पिटल सील, संचालक पर मुकदमा दर्ज

जो युवा बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं या स्टेरॉयड लेते हैं वे खासतौर से इससे लेकर बहुत चिंतित हैं। यही नहीं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भारतीय भी ऐसी मौतों के सटीक कारणों को जानना चाहते हैं। आमतौर पर अनहेल्दी डाइट, धूम्रपान और नशीले पदार्थों को हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार माना जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब जो व्यक्ति स्वस्थ और हंसता-खेलता रहता है उसे भी हार्ट अटैक आ रहा है।

See also  पाकिस्तान पर यूएई ने कसा शिकंजा, नए वीजा जारी करने पर लगाई रोक

उजाला सिग्नस ब्राइटस्टार अस्पताल, मुरादाबाद के सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विजय कुमार का कहना है कि बहुत ज्यादा जिम करने या स्टेरॉयड से ही नहीं हार्ट अटैक हो रहा है। बल्कि इसके पीछे कई भी कई सारे रिस्क फैक्टर हैं। डॉ विजय कुमार ने समझाते हुए कहा कि “ये मौतें अन्य जोखिम फैक्टर्स जैसे मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया, परिवार में किसी को हार्ट अटैक होने और कोरोनरी आर्टरी बीमारी आदि के होने से हो सकती हैं। बहुत ज्यादा जंक फूड, आलस भरी लाइफस्टाइल और तनाव से भी इस तरह की मौतें हो सकती हैं। कुछ ऐसे भी कारण है जो बहुत ज्यादा चर्चा में नहीं रहते हैं, जैसे कि जन्मजात दोष, अनुवांशिक समस्याएं, मायोकार्डियल ब्रिज और कार्डियोमायोपैथी आदि से भी अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। इन हृदय की बीमारियों या स्थितियों से खतरा बढ़ रहा है। यही सब चीजें हैं जिसकी वजह से युवाओं में ऐसी मौतें ज्यादा देखने को मिल रही हैं।

हार्ट अटैक व कार्डिएक अरेस्ट में अंतर

हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट दोनों ही दिल की बीमारियां हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन से संबंधित है। हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब आता है, जब आर्टिरीज में ब्लड फ्लो रुक जाता है और ऑक्सीजन की कमी से हार्ट का वह हिस्सा डेड हो जाता है। जबकि कार्डियक अरेस्ट हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में एक तरह की एरर आने की वजह से होता है। जिस वजह से दिल का धड़कना अचानक से बंद हो जाता है।

हार्ट को हेल्दी रखने के टिप्स

डॉ. कुमार ने युवा वयस्कों को सलाह दी है कि वे दिल के दौरे के किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें और कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। उन्होंने आगे सलाह देते हुए कहा, युवा वयस्कों में जब हार्ट अटैक आता है तो उनके सीने में बहुत तेज दर्द होता है। इसके बाद हार्ट अटैक आता है। अन्य लक्षणों में सांस लेने में तकलीफ, कंधों, बाहों और जबड़े में दर्द, अत्यधिक थकान, हल्कापन, पसीना और उल्टी होना आदि हो सकता है। कुछ युवा मसल्स बनाने पर ज्यादा जोर देते हैं उन्हें इसके बजाय ज्यादा भोजन करने से बचना चाहिए और एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। फिट रहने के लिए योग और मेडिटेशन पर फोकस करें।

Share
Related Articles
Breaking Newsउत्तरप्रदेशराज्‍य

हाईकोर्ट ने यूपी के इन जिलों में दारोगाओं को नौकरी से हटाने का आदेश किया रद्द, जानें वजह

प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मेरठ, शाहजहांपुर, बरेली, फिरोजाबाद, गोरखपुर, अलीगढ़ व बलिया...

Breaking Newsउत्तरप्रदेशराज्‍य

साल में 52 जुमे वाले बयान पर संभल के सीओ अनुज चौधरी को क्लीन चिट

लखनऊ। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सीओ संभल अनुज चौधरी...