अंकुर अग्रवाल की ख़बर
गाजियाबाद: चोट लगने के बाद सर्जरी न करा पाने से सपने टूटते नजर आ रहे थे। लगने लगा था कि सब कुछ खत्म होने वाला है, लेकिन अब मैं फिर से देश के लिए खेल पाऊंगी। यह कहना है कराटे की राष्ट्रीय खिलाड़ी विजेंदर कौर का। अभिनेता सोनू सूद की मदद से मंगलवार को घुटने की सफल सर्जरी होने के बाद विजेंदर और उनके माता-पिता ने सोनू सूद का आभार जताया। विजेंदर ने कहा कि सोनू सूद उनके लिए भगवान की तरह हैं।
गाज़ियाबाद में लोहिया नगर की रहने वाली विजेंदर कौर एमएमएच कॉलेज में बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा हैं और एक स्कूल में बच्चों को कराटे सिखाती हैं। जनवरी में खेल की प्रैक्टिस के दौरान उनके घुटने में चोट आ गई थी। चोट गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने सर्जरी कराने के लिए कहा था। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह सर्जरी नहीं करा पा रही थीं। दस दिन पहले उनकी सहेली अंजलि बिष्ट ने सोनू सूद को टैग करते हुए ट्वीट किया और विजेंदर की परेशानी के बारे में बताते हुए मदद मांगी। दो दिन बाद सोनू सूद ने ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए लिखा कि तुम दोबारा खेलोगी। रिपोर्ट साझा कर दी गई है। एक सप्ताह में तुम्हारी सर्जरी हो जाएगी। अपने पैरों पर खड़े होने के लिए तैयार हो जाओ मेरे दोस्त। इसके बाद एक हफ्ते में ही मंगलवार दोपहर को विजेंदर कौर के घुटने की सर्जरी हो गई। गाजियाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में सोनू सूद की मदद से विजेंदर कौर की सर्जरी हो गई।
सोनू सूद ने वीडियो कॉल पर विजेंदर का हाल-चाल भी पूछा और कहा तुम्हारी सर्जरी देश के अच्छे डॉक्टर द्वारा हुई है। चिंता की कोई बात नहीं है। जल्दी ही ठीक हो जाओगी। तुम्हें बहुत कुछ करना है। कहा कि अब कोई परेशानी तो नहीं। विजेंदर कौर ने भी सोनू सूद का आभार जताया।
एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से चोटिल होने के कारण विजेंदर कौर के पिता इकबाल सिंह नौकरी नहीं कर पा रहे। आर्थिक संकट की वजह से बेटी की सर्जरी नहीं करा पा रही थी । विजेंदर के मां-बाप भावुक हो गए। सोनू सूद का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि सर्जरी कराना नामुमकिन लगने लगा था। विजेंदर की मां सुरेंदर कौर का कहना है कि उनकी बेटी शुरुआत से ही काफी मेहनती है।
सर्जरी कामयाब रही है। विजेंदर एक-दो दिन में सपोर्ट लेकर खड़ी हो सकेंगी। चार हफ्ते में चल फिर सकेंगी। पांच महीने में बिल्कुल ठीक हो जाएंगी। अभिनेता सोनू सूद मेरे मित्र हैं, उनके कहने पर सर्जरी पूरी तरह से निशुल्क की गई है।
गौरतलब है कि अभिनेता सोनू सूद की मदद से पहले ही लोग डाउन में हजारों श्रमिकों को उन्होंने मुंबई से अपने-अपने गंतव्य पर भेजा था वही विजेंद्र कौर की सर्जरी में उनकी मदद में एक बार फिर साबित किया है की सोनू सूद एक कलाकार ही नहीं बल्कि आम जनता के साथ साथ खिलाड़ियों के दर्द को भी समझते हैं ।