नीरज शर्मा की खबर
सिकंदराबाद।भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए किसान विरोधी कानूनों एवं भू अधिग्रहण के खिलाफ किसान सेवा समिति के नेतृत्व में चोला चौकी क्षेत्र के आढा गांव में एक महत्वपूर्ण पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में किसानों ने एकमत होकर केंद्र सरकार द्वारा किसान विरोधी कानूनों का बहिष्कार करने और महामहिम राष्ट्रपति को बिना हस्ताक्षर किए वापस राज्यसभा को भेजने का अनुरोध किया गया। भाजपा की प्रदेश और केंद्र की सरकार किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है। चाहे चोला क्षेत्र में भू अधिग्रहण का मामला हो और चाहे किसानों के कर्ज माफी का। अब तो पूरी भूमि और किसानों की उपज ही बड़े बड़े पूंजीपतियों के हवाले कर दी है। सरकार किसानों के हक में काम करने का सिर्फ ढोंग करती है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के हक में नहीं है और मंडी व्यवस्था को खत्म करना चाहती है।
1 अक्टूबर को पनोता में महापंचायत होगी और डीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। समिति के संस्थापक अध्यक्ष अजीत सिंह दौला ने कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों को किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि चोला क्षेत्र के किसानों की भूमि किसानों को वापस करा कर ही दम लेंगे। किसानों ने प्रशासन से बार-बार मांग की है कि नए कानून के हिसाब से बाजार भाव का 4 गुना मुआवजा दो अथवा उनकी भूमि वापस की जाए। लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से मौन रहा जा रहा है। अब किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं इस मौके पर मलखान यादव, राम प्रकाश यादव, रतन ठेकेदार, तेजपाल सिंह, प्रेमपाल, विपिन चौधरी, धर्मेंद्र भाटी, रतनपाल सिंह, लखपत सिंह, महेंद्र प्रधान, राम कैलाश, राजपाल, भवर सिंह, प्रमोद कुमार, वीरेंद्र सिंह, सुबोध चौधरी, शिवराज सिंह, जगदीश यादव, राजकुमार सिंह, धर्मपाल शर्मा, ऋषि पाल सिंह, प्रकाश, मुकेश यादव, नानक सिंह, रामभूल सिंह, उदय वीर सिंह, नरेंद्र वर्मा, लाला यादव, नरेश कुमार आदि मौजूद रहे पंचायत की अध्यक्षता चौधरी निरंजन सिंह और संचालन रणवीर सिंह ने किया।