नीरज शर्मा की खबर:-
बुलंदशहर: कोरोना और लॉकडाउन की भेंट चढ़ी मजदूर की जान। पिछले 4 महीने से बेरोजगारी और भूखमरी के हालातों से जूझ रहा था मजदूर मानसिक तनाव के चलते हार्ट अटैक से हुई मजदूर की मौत। बुलंदशहर की गुलावठी थाना क्षेत्र के मोहल्ला सुदामापुरी का रहने वाला बताया जा रहा है मृतक मजदूर, अपने परिवार का एक मात्र सहारा था जो कि परिवार का भरण पोषण करता था।मजदूर रेडी लगाता था जो लॉकडाउन के चलते बंद हो गई। घर में आर्थिक तंगी का दौर चल रहा था और सरकार से मिलने वाली कोई भी मदद इन लोगो तक नहीं पहुंच रही थी जिससे कहीं ना कहीं मजदूर हमेशा चिंतित रहता था, हर वक्त परिवार के फ्यूचर को लेकर परेशान रहता था और आज अचानक हार्ट अटैक से मसदुर की मौत हो गई।
महामारी के दौर में प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है ये रिपोर्ट ।आखिर कौन है इस मजदूर की मौत का जिम्मेदार, परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है। परिवार का भरण पोषण करने वाला अब इस दुनिया में नहीं रहा ।कहीं ना कहीं पूरा परिवार अब बेसहारा हो चुका है सभी पड़ोसी और आसपास के लोग सरकार और प्रशासन से यह गुहार लगा रहे हैं इस परिवार को मुआवजा दिया जाए या तो फिर कुछ रोजगार का इंतजाम किया जाए ताकि यह परिवार सुकून से कोरोना काल में जीवन जी सके।