ग्रेटर नोएडा। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान Üमें 12 बेड की विशेष नवजात केयर यूनिट की स्थापना की जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इसके लिए 25 लाख रुपये के बजट को स्वीकृति दे दी है। संस्थान में 10 बेड की नवजात केयर यूनिट चला रही है। संस्थान में केयर यूनिट के स्थापना के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा भी मौजूद है।
जिम्स के निदेशक ब्रिगेडियर डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अस्पताल में हर संभव संसाधनों की व्यवस्था की गई है। बच्चों के उपचार के लिए 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें हर सुविधा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 12 बेड की नवजात केयर यूनिट स्थापित की जाएगी। इस सुविधा के शुरू होने से गौतमबुद्ध नगर समेत आसपास के जिलों के बीमार नवजात बच्चों को काफी लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि संस्थान के प्रसूति विभाग में हर साल करीब 1200 प्रसव होते हैं। इनमें से आठ से 10 प्रतिशत नवजात को नर्सरी में देखभाल की जरूरत पड़ती है। पहले नवजात केयर यूनिट न होने से ऐसे बच्चों को दूसरे अस्पतालों में भेजना पड़ता था। सुविधा बढ़ने से नवजातो को सस्ता उपचार मिल सकेगा। साथ ही, उनकी मृत्यु दर में भी कमी आएगी।
ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी
निदेशक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में यूजी और पीजी कोर्स की पढ़ाई चला रही है। इस समय अस्पताल की ओपीडी में मरीजों का दबाव बढ़ा है। इस समय रोजाना 2000 तक मरीज आ रहे हैं। इसमें से औसतन करीब 70 प्रतिशत मरीज भर्ती होते हैं।