कानपुर । कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज करने के लिए जब निजी नर्सिंग होमो को इजाजत दी गयी,,,उसके बाद से उनकी मनमानी बढ़ गयी,,,निजी नर्सिंग होम में भर्ती कई मरीजों के तीमारदारों ने इलाज के नाम पर ज्यादा पैसा वसूलने की बात कही,,,ज्यादा पैसा वसूलने की बात जब उत्तर प्रदेश सरकार तक पहुँची तब जिला प्रशाशन हरकत में आया और दो दिनों से कोरोना का इलाज करने वाले नर्सिंग होम में जांच-पड़ताल की जा रही है,,,
कानपुर महानगर में जब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा और सरकारी अस्पताल फुल हो गए,,,तब निजी नर्सिंग होमो को ऐसे मरीजों का इलाज करने की अनुमति दी गयी,,,अनुमति मिलने के बाद जैसे प्राइवेट नर्सिंग होम की चांदी हो गयी और वो भर्ती मरीजों से इलाज के नाम पर लाखो रुपये वसूलने लगे,,,अभी कुछ दिनों पहले कानपुर आये प्रमुख सचिव अलोक कुमार को इससे अवगत कराया गया था,,,जिसके बाद प्रदेश सरकार एक्शन में आ गयी और ऐसे नर्सिंग होम के खिलाफ कार्यवाही के आदेश दिए गए,,,
कानपुर जिलाधिकारी अलोक कुमार तिवारी ने सोमवार को डिवाइन अस्पताल का निरिक्षण किया,,,जंहा पर कई मरीजों ने ज्यादा पैसा वसूलने की बात कही थी,,,जिसपर जिलाधिकारी ने जांच कर कार्यवाही करने का आदेश जारी किया था,,,उसी कड़ी में मंगलवार को जिलाधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ कल्याणपुर के लाइफट्रान नर्सिंग होम पहुंचे जंहा पर उनको तमाम खामिया मिली,,,जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड की सुविधा देने वाले नर्सिंग होम में मरीजों को क्या सुविधा दी जा रही है इसकी जांच की जा रही है,,,इस नर्सिंग होम में खामिया पायी गयी है जिसको सुधारने का निर्देश दिया गया है,,,अगर कोई भी अस्पताल ओवर बिलिंग करता है तो उसपर कार्यवाही की जायेगी,,,