नई दिल्ली। ‘बाहुबली’ फेम प्रभास के बारे में कहा जाता है कि वह कम बात करते हैं और शर्मीले स्वभाव के हैं। हालांकि फिल्म ‘राधे श्याम’ में उनकी कोस्टार पूजा हेगड़े इसके विपरीत राय रखती हैं। उनका कहना है कि ‘पता नहीं प्रभास के बारे में क्यों कहा जाता है कि वह शर्मीले हैं। सेट पर वह बिल्कुल शर्मीले नहीं थे। मेरे साथ काफी सहज थे। हम पहले दिन से ‘राधे श्याम’ की शूटिंग साथ में कर रहे हैं। वह ‘बाहुबली’ वाले एक्शन हीरो से बहुत अलग हैं। वह मेरी रैगिंग किया करते थे, बहुत ही शरारती हैं’।
पूजा कहती हैं, ‘दूसरी वजह शायद यह रही कि फिल्म के निर्माता उनके दोस्त थे, इसलिए वह सहज थे। हो सकता है कि जिनसे प्रभास परिचित न हों, उनके सामने चुप रहते हों। इसलिए उन्हें वह शर्मीले लगते होंगे। बहरहाल, इस फिल्म के सेट पर काम करना इस कोरोना काल में आसान नहीं था। मास्क में रहना पड़ता था। सेट पर गले न मिलने की पॉलिसी भी बनाई गई थी। यह यूं तो प्रभास की फिल्म है, लेकिन मेरा किरदार भी बड़ा है। मेरे साथ अच्छी बात यह रही है कि मुझे बड़े सितारों की फिल्म में कभी साइडलाइन नहीं किया गया है। यही वजह है कि मैं रोहित शेट्टी की फिल्म सर्कस और सलमान खान की फिल्म कभी ईद कभी दीवाली कर रही हूं’।
‘दोनों ही फिल्मों में मेरा अहम किरदार है। जब ‘मोहेंजोदारो’ फिल्म नहीं चली थी तो मैंने ये नहीं सोचा कि मेरी कहानी खत्म है। मैंने अच्छी फिल्म का इंतजार किया। जिन साउथ की फिल्मों को मैं ना बोल रही थी, उसके बारे में सोचना शुरू किया। तेलुगु सिनेमा ने मुझे अपनाया। अब तो यह हाल है कि मैं मुंबई की सड़कों पर आराम से घूम सकती हूं, लेकिन हैदराबाद में मेरे लिए यह मुमकिन नहीं। जब मैंने अपनी हिंदी फिल्म की घोषणा की तो मेरे साउथ के फैंस नाराज हो गए थे’।