Home अपराध चंद पैसो के लिए तीन दोस्तों ने मिलकर की अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या
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चंद पैसो के लिए तीन दोस्तों ने मिलकर की अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या

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“बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया “ आज ये कहावत ग्रेटर नोएडा में पुलिस के खुलासे पर एक दम सटीक बैठती है जहा दोस्तों ने चंद पैसो की खातिर अपने ही अजीज दोस्त को चाकू से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया था और बाद में उसकी पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर तेज़ाब डाल दिया सूरजपुर पुलिस ने आज इस सनसनीखेज  हत्याकांड का खुलाशा करते हुए मर्तक के दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक दोस्त अभी भी फरार है घटना में इस्तेमाल किये गए चाकू को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।इन लोगो ने चोरी के पैसो के बटवारे के लिए अपने दोस्त को मौत की नींद सुला दिया था। 

 
“पहले साथ मिलकर दोस्तों ने पी शराब “
“एक दोस्त ने पकडे दोनों हाथ “
“दूसरे दोस्त ने पहले पत्थर से सर पर किये वार “
“तीसरे दोस्त ने चाकू से गला रेतकर उतार दिया मौत के घाट “
“फिर तीनो ने मिलकर मर्तक दोस्त के चेहरे पर डाला तेज़ाब “

 
याराना फिल्म का गाना ” याद करेगी दुनिया तेरा मेरा याराना “  तो आप सब को याद ही होगा और याद होगी उसमे दोनों  दोस्तों की दोस्ती। ……. दोस्त के लिए जान देना दोस्त के लिए जान लेना तो आपने सुना होगा लेकिन ग्रेटर नोएडा में तीन दोस्तों ने मिलकर अपने ही दोस्त की जान ले ली। पुलिस की गिरफ्त में खड़े इन दो लोगो ने ही अपने  एक साथी के साथ मिलकर अपने दोस्त आवेद को मौत के घाट उतार दिया। इन लोगो ने पहले तो शराब पी फिर बाद में एक दोस्त ने उसके हाथ पकडे दूसरे ने पीछे से पत्थर से सर पर वार कर दिए उसके बाद भी न मरने पर तीसरे दोस्त ने चाकू से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। दोस्ती पर कलंक बने ये दोस्त यही नहीं रुके हेवानगी दिखाते हुए इन तीनो ने मर्तक आवेद की पहचान छुपाने के चेहरे पर तेज़ाब डाल दिया और शव को झाड़ियों में फैंककर फरार हो गए इन लोगो में चोरी के सामान के पैसो में बटवारे को लेकर विवाद हुआ था  इस ब्लाइंड मर्डर केश को सुलझाने में पुलिस को काफी मस्सकत करनी पड़ी जिसमे 5 महीने लग गए लेकिन जब खुलाशा हुआ तो सभी सन्न रह गए पुलिस ने आज हत्यारे दो दोस्तों परवीन और साहिद को धर दबोचा जबकि एक दोस्त बुद्धा जाटव अभी भी फरार है। आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू को भी बरामद कर लिया गया है गौरतलब है 25 मार्च को तिलपता गोलचक्कर के पास आवेद की हत्या की थी।  
 
फ़िलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही लेकिन बड़ी बात ये है  की चंद पैसो की खातिर इन लोगो ने कैसे अपने ही दोस्त को हमेशा हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया और खुद भी पूरी ज़िंदगी सलाखों के पीछे काटने को मजबूर हो गए 
See also  मुठभेड़ में एक बदमाश को लगी गोली, एक फरार, चोरी की हुई बाईक, एक देशी पिस्टल सहित कुछ कारतूस बरामद
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