नई दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए जेईई और नीट की प्रवेश परीक्षा रद्द कर दें। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष को एक वैकल्पिक प्रवेश पद्धति के तौर पर उपयोग किया जाना चाहिए और परीक्षा आयोजित नहीं की जानी चाहिए।
डिप्टी सीएम ने कहा है कि, ‘सरकार JEE और NEET के नाम पर लाखों छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि दोनों परीक्षाओं को तुरंत रद्द करें और एक वैकल्पिक प्रवेश प्रक्रिया अपनाएं। दिल्ली के डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि, केवल परीक्षा ही प्रवेश के लिए एक रास्ता है, यह एक अव्यवहारिक और रूढ़िवादी सोच को दर्शाता है। जब अन्य देशों में अलग तरीके से बिना परीक्षा के प्रवेश हो सकता है, तो फिर भला भारत में क्यों नहीं किए जा सकते हैं। बता दें कि डिप्टी सीएम के पहले कई छात्रों और अभिभावकों ने मांग की थी कि वे कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रवेश परीक्षा को स्थगित करें।
वहीं कुछ छात्रों ने परीक्षा को स्थगित कराने के लिए मामला सुप्रीम कोर्ट तक लेकर चले गए थे। लेकिन हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने जेईई (मेन) 2020 और NEET यूजी परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका खारिज कर दी थी, जो सितंबर में आयोजित होने वाली हैं। कोर्ट ने कहा था कि COVID -19 मामलों की संख्या में तेजी के बीच छात्रों के कीमती वर्ष को व्यर्थ “नहीं” किया जा सकता हैऔर जीवन को आगे बढ़ना है।
इसके बाद बीते शुक्रवार को शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा था कि जेईई मेन (Joint Entrance Examination, Main) और नीट (National Eligibility cum Entrance Test, NEET-UG) की परीक्षाएं अपने निर्धारित शेड्यूल पर आयोजित की जाएगी। इसके मुताबिक जेईई मेन की परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक और नीट 2020 परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी।