नीरज शर्मा की खबर
बुलन्दशहर: मुख्यमंत्री द्वारा मंगलवार को पोषण माह के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों के परिवारों को सहमति के आधार पर गौशाला से गाय सुपुर्द किये जाने के निर्देशों के क्रम में आज जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने दो कुपोषित बच्चों के परिवारजनों को योजनान्तर्गत गाय सुपुर्दगी में दी। विकास खण्ड बुलन्दशहर के गांव कमालपुर के दो बच्चों सिद्धार्थ पुत्र रवि एवं कु0 आशी पुत्री संजीत सिंह की माताओं को गाय सुपुर्दगी करते हुए जिलाधिकारी ने बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को दूध एवं पोष्टिक आहार आदि खिलायें जिससे वह स्वस्थ हो सके। जिलाधिकारी द्वारा गाय सुपुर्द किये जाने पर लाभार्थियों ने खुशी व्यक्त की।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने पोषण माह अभियान के अन्तर्गत चिन्हित बच्चों के संबंध में जानकारी हासिल करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों के माता-पिता जो गाय पालने के इच्छुक हैं तथा उनके पास गाय रखने के लिए पर्याप्त स्थान हैं, को सहमति के आधार पर गौशालाओं से गाय सुपुर्दगी में दिलायी जाए। डीपीओ द्वारा बताया गया कि 62 अभिभावकों द्वारा गाय पालने की सहमति व्यक्त की गई है जिन्हें अतिशीघ्र गौशालाओं से गाय दी जाएंगी जिससे कुपोषित बच्चों को लाभान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बच्चों के अभिभावकों को सहभागिता योजना के अंतर्गत गायों के चारे आदि के लिए 30 रु0 प्रतिदिन हिसाब से 900 रु0 प्रति माह का नियमानुसार भुगतान भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि योजना से अधिक से अधिक कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों को लाभान्वित कराया जाए।
जिलाधिकारी ने गौशाला का निरीक्षण करते हुए संरक्षित गौवंशों के लिए हरा चारा, भूसा, पीने का पानी, टिन शेड आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के समय गौशाला में 118 गौवंश संरक्षित होने के संबंध में जानकारी दी गई। गौशाला परिसर में नए टिन शेड निर्माण कार्य के संबंध में ईओ नगर पालिका को निर्देश दिये कि टिन शेड कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण कराये। उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि नियमित रूप से सरंक्षित गोवंश का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार दिया जाना सुनिश्चित करें। गौशाला पंजिका का अवलोकन करते हुए निर्देश दिये कि वर्तमान में प्राप्त होने वाले नये गौवंशों के संबंध में पंजिका में पृथक काॅलम बनाकर प्राप्त होने की तिथि एवं उनके स्वास्थ्य की स्थिति का अंकन तथा गौवंश के ईयर टैग का नम्बर भी अनिवार्य रूप से पंजिका में दर्ज किया जाये। इस अवसर पर प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डीपीओ, ईओ नगर पालिका उपस्थित रहे।