देश की राजधानी दिल्ली को नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरूग्राम से जोडने के लिए चलाई जा रही मेट्रो रेल नया इतिहास लिखने की ओर अग्रसर है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके एक नए रूट का शुभारम्भ 25 दिसंबर को करेंगे । मेट्रो रेल फिलहाल 208 किलोमीटर के दायरे में दौड रही है। 2020 तक इसकी हद 450 किलोमीटर करने की तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री नोएडा के बाटनीकल गार्डन से कालकाजी होते हुए जनकपुरी तक जाने वाले 38 किलोमीटर के नए रूट का शुभारम्भ करेंगे। इसी को लेकर आज नोएडा के सेक्टर 125 अमेठी कॉलेज के कैंपस में एक मीटिंग रखी गई जिसमें नोएडा प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण के अधिकारी गण और गौतम बुद्ध नगर पुलिस प्रशासन के साथ डीएम बी एन सिंह भी मौजूद रहे इस मीटिंग में आने वाले 25 तारीख को नरेंद्र मोदी जी की तैयारी को लेकर मीटिंग की गई पुलिस व्यवस्था का किस तरह से इंतजाम किया जाएगा एसपीजी वाले आएंगे और चेक करेंगे कहां पर हेलीपैड बनाया जाएगा कहां पर कार्यक्रम होगा कहां पर रैली होगी यह सारी तैयारियों को लेकर मीटिंग की गई है ।
एमिटी विश्वविघालय के प्रागण में एक जनसभा को संबोधित भी कर सकते है। हालांकि इसकी अभी तक अधिकारिक पुष्टि किसी भी अफसर से नहीं की है।
मेट्रो रेल के फिलहाल 150 स्टेशन है। इस नेटवर्क को तकनीकी जटिलताओं के साथ चलाया जा रहा है। डीएमआरसी ने अपना पहला कॉरीडोर शाहदरा और तीस हजारी कोर्ट के बीच 25 दिसम्बर, 2002 को प्रारंभ किया। बाद में, 65 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन्स के निर्माण का पहले चरण 2005 में पूरा हुआ। दूसरे चरण में डीएमआरसी ने 125 किलोमीटर के अन्य मेट्रो कॉरीडोर्स का काम संपन्न किया। यह नेटवर्क दिल्ली की सीमा से बाहर निकल कर उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद तथा हरियाणा में गुरूग्राम तक पहुंच चुका है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तथा नई दिल्ली के बीच एयरपोर्ट एक्सप्रेस लिंक के साथ दिल्ली अब विश्व के उन नगरों में शामिल हो गई है, जहां शहर और एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए हाई स्पीड रेल कनेक्टिविटी मौजूद है।
डीएमआरसी के पास चार, छह और आठ कोच की 216 ट्रेन हैं। वर्तमान में छह कोच वाली एक सौ से अधिक तथा आठ कोच वाली 60 से अधिक ट्रेन चलाई जा रही हैं। मेट्रो सेवाएं पहली बार हरियाणा के फरीदाबाद और बहादुरगढ़ भी पहुंचेंगी। 25 दिसंबर को मजेंटा लाईन का उदघाटन करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आएंगे। उनकी अगवानी करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक के आने की तैयारी भी चल रही है। सुरक्षा के लिहाज से यहां एसपीजी के अफसरों के साथ ही पुलिस व प्रशासन के अफसरों ने डेरा डाल दिया है। लेकिन कल जिस तरह से मेट्रो के कोच कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन पर क्षतिग्रस्त हुए है। उसके बाद ये भी संभावना है कि कुछ दिनों के लिए इस उदघाटन को टाल दिया जाए लेकिन इसके आसार कम है। डीएमआरएसी के एक अफसर ने दावा किया है कि इस मामले की जांच दो दिनो में करके रिपोर्ट पीएमओ को भेज दी जाएगी।