नोएडा : गौतमबुद्ध नगर पुलिस की एसओजी टीम द्वारा एटीएम हैकरों को कार और रुपये लेकर छोड़ने के मामले में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसओजी प्रभारी शावेज खान व सिपाही अंबरीश यादव को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। एसओजी टीम को भंग कर दिया गया है। टीम में तैनात रहे अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जाच की जा रही है। टीम के एक दारोगा की भूमिका भी संदिग्ध है। टीम में तैनात रहे पुलिसकर्मियों की संपत्ति जाच की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सूत्रों का दावा है कि टीम में तैनात कुछ अन्य खास पर भी जल्द ही गाज गिर सकती है।
हालांकि अभी गौतमबुद्ध नगर के डीसीपी अपराध अभिषेक की जाच रिपोर्ट आनी बाकी है। मंगलवार को डीसीपी अपराध इंदिरापुरम कोतवाली पहुंचे और आरोपितों से मामले को लेकर काफी देर तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान ही कई ऐसे साक्ष्य मिले है जिसके आधार पर सेवा समाप्त की कार्रवाई की गई है।
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इंटरनेट मीडिया पर छाया रहा मुद्दा
रुपये और कार के एवज में आरोपितों को छोड़ने का मामला इंटरनेट मीडिया पर छाया हुआ है। अपराधियों के प्रति पुलिस के रवैये को लेकर आलोचना हो रही है।
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यह था मामला
गाजियाबाद की इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर एटीएम हैकर गिरोह के शातिरों को दबोच लिया था। बदमाशों ने एक क्रेटा कार से घटना को अंजाम दिया था। घटना में उपयोग हुई गाड़ी को लेकर इंदिरापुरम पुलिस ने आरोपितों से सवाल किया, तो उन्होंने बताया कि घटना में इस्तेमाल होने वाली क्रेटातो नोएडा पुलिस की एसओजी टीम के पास है। आरोपितों ने बताया कि तीन महीने पहले उन्हें एसओजी नोएडा की टीम ने पकड़ा था और 20 लाख रुपये व कार लेकर छोड़ दिया था। एसओजी टीम द्वारा क्रेटा कार ले जाने की सीसीटीवी फुटेज सामने आने की भी बात कही जा रही है। हालाकि फुटेज अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
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एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर व सिपाही की सेवा समाप्त कर दी गई है। टीम में तैनात रहे अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जाच की जा रही है। संपत्ति जाच भी कराई जाएगी।
आलोक सिंह, पुलिस आयुक्त, गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट