रिपोटर-अजय चौहान
रामपुर । देश भर में बर्ष 2020 संकटों के बाजार लेकर आया है जहां एक और पूरी दुनिया कोरोना कॉल से गुजर रही है तो वहीं दूसरी और बरसाती मौसम में हो रही तेज बारिश सरकार और प्रशासन के लिए सर दर्द बनती जा रही है वही पहाड़ों पर हो रही तेज बारिश ने अब रामपुर जिले की नदियों में भी उफान ला दिया है जिससे जिले में प्रशासन 24 घंटे नदियों की निगरानी में जुटा हुआ है जिसको देखते हुए रामपुर प्रशासन की ओर से 36 चौकियों का निर्माण कर पूरी मुस्तैदी से संबंधित अधिकारियों को तैनात कर दिया है वही ग्रामीणों की सहायता से जगह जगह नदी के तटबंध की सुरक्षा में कर्मचारी तैनात किए जा चुके है, वही रोज उत्तराखंड के रामनगर बैराज से छोड़े जा रहे पानी से ग्रामीणों में उफनती नदी का खौफ साफ देखा जा रहा है।
वही मीडिया से बात करते हुए अपर जिलाधिकारी राम भरत तिवारी ने बताया कि में पूरा विवरण जो है अवगत कराना चाहूँगा जनपद रामपुर में छोटी बड़ी मिलकर लगभग एक दर्जन से अधिक नदियां है जिसमें बारिश के दौरान पानी इनमें इकट्ठा होता है मुख्य जो हमारी एक नदी कोसी है जिसमें उत्तराखंड से फ्लो होकर आती है भर्ती हुई उसमें रामनगर बैराज से समय-समय इकसेस होने पर पानी छोड़ा जाता है और यह प्रतिदिन छोड़ा जाता है जैसे कल भी हम चर्चा करेंगे 21 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था यह पानी जनपद रामपुर में स्वार तहसील टांडा तहसील रामपुर सदर तहसील और फिर शाहबाद तक जाता है और बहाँ जाकर के शाहबाद में कोसी नदी रामगंगा नदी साथ जाकर फ्लाव हो जाती है आज जो जानकारी अभी हुई है बाढ़ कंट्रोल से बो 2500 क्यूसेक पानी 5 बजे छोड़ा गया है उससे पहले उससे पहले 3171 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जैसे-जैसे रामनगर बैराज में पानी बहाँ बढ़ता जाता है बो बहाँ से फ्लर्ट कंट्रोल हम लोगों के संपर्क में रहकर के हमारे नोडल अधिकारी के संपर्क में रहकर के पानी को बहाँ से डिस्चार्ज करते है जो हमारा नीरस पॉइंट है लालपुर बियर इस समय लालपुर बियर में 26983 क्यूसेक पानी जो है पास हो रहा है हमारी जो व्यवस्था की गई है इस कोसी नदी के लिए कही कोई दिक्कत नही है जो इसकी नदी का क्षेत्र है उससे पानी सबसे निकल रहा है बाढ़ से निपटने के लिए जनपद में सारी तैयारियां कर ली गई है सभी विभागीय अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है सचेत कर दिया गया है सभी व्यवस्थायें करा ली गई है जब कभी पानी बढ़ता है तो उस समय हमारा जो तहसील है हमारे जो थाने है या और मध्यम है उससे जो है आसपास रहने बाले गांव को सतर्क कर दिया जाता है जिससे बो स्वयं नदी क्षेत्र में न जाए और ना ही पशु और मवेशी नदी क्षेत्र में ना जाएं।
इस संबंध में अवगत कराना चाहूंगा कि हमारे जो हैं तहसील बार चौकियों की स्थापना की गई है कुल 36 चौकियां बनाई गई है तहसील सदर क्षेत्र में 7 है मिलक में चार है टांडा में 7 है स्वार में 6 बिलासपुर में 6 है शाहबाद में 6 है कुल 36 बाढ़ चौकियां कार्यरत है उन पे सभी पे जो हमारे आवश्यक विभाग के कर्मचारी हैं वो तैनात किए गए हैं आवश्यकता होने पर बाढ़ राहत के आवश्यक कार्रवाई हैं संपादित करायेंगे।
अभी तक यह स्थिति नहीं आई है सिर्फ हमारा यह जो है तहसील स्वार का पसियापूरा गांव है जिसमें से दोनों तरफ से जब कोसी नदी उसे दोनों तरफ घेरती है तब दिक्कत आती है लेकिन अभी इतना पानी बहा नहीं आया है कि जहां कहीं आकर के गांव वासियों को कोई समस्या हो आज वहां एसडीम स्वार को भेज करके और उसको जो है चेक करा लिया गया है दूसरा एक चीज और संज्ञान में लाना चाहूंगा कि पहली जून से लेकर आज तक इस बार जनपद रामपुर में कुछ 480mm से ज्यादा बारिश हुई है जबकि इस अवध में गत वर्ष में 367 mm बारिश हुई थी यानि 113 mm बारिश इस वर्ष ज्यादा हुई है अच्छी बारिश के नाते फसलें भी अच्छी हैं। लेकिन कहीं पर अधिक बारिश होने पर फसल नुकसान या इस तरीके की बाढ़ की स्थिति जनपद रामपुर में नहीं है।