नॉएडा के सेक्टर 54 में कुछ समय पहले से प्राधिकरण की निशानदेही पर शहर का कूड़ा डाला जा रहा है, और वहां काकी कूड़ा जमा भी हो गया, लेकिन जब यहां के आस-पास और नोएडानिवासिओं ने इसका विरोध शुरू किया तो प्राधिकरण के सामने एक नई समस्या पैदा हो गई। अब प्राधिकरण और नेता लोग ये नहीं समझ पा रहे कि इस समस्या को हल कैसे किया जाए और कूड़े के लिए कहाँ डम्पिंग ग्राउंड बनाया जाए। इसी सिलसिले में आज केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, नॉएडा चेयरमैन, और प्राधिकरण के तमाम अधिकारी मौके पर पंहुचे और बताया कि हम कूड़े के लिए किसी नई जगह की तलाश में है। तबतक यहां अस्थाई तरीके से मशीनों द्वारा कूड़े को वेस्ट टू एनर्जी में काम करने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
तस्बीरों में दिख रहा ये कूड़े के ढेर सेक्टर 54 में स्थिति हैं। और यहां शहर का कूड़ा डालने को लेकर महीनो से इसके खिलाफ लोग विरोध कर सड़को पर उतर रहे हैं। बाबजूद इसके प्राधिकरण अबतक इसका कोई हल नहीं निकाल पाया है। हालांकि ये सबको पता है, कि अगर इस जगह को शहर के बीचो-बीच डम्पिंग ग्राउंड में तब्दील कर दिया तो नॉएडा निवासिओं का रहन-सहन वद से वहत्तर हो जाएगा।
आज यहां मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा के साथ नॉएडा चेयरमैन और प्राधिकरण के तमाम अधिकारी पंहुचे और बताया कि ये कूड़े की जगह स्थाई नहीं अस्थाई रखी गई है। हम और तमाम अधिकारीगढ़ इसपर गहनता से विचार विमर्श कर रहे है। यहां वेस्ट टू एनर्जी कूड़े के निस्तारण के लिए एक मशीन लगा दी गई है। जोकि अभी 600 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण रोजाना कर रही है, एक और मशीन जल्द ही लगाई जाएगी जिससे कूड़े निस्तारण की क्षमता बढ़कर 9 सौ मीट्रिक टन हो जाएगी। मतलब जितना कूड़ा पैदा होगा उससे ज्यादा का निस्तारण होने लगेगा और हम पॉजिटिव में जाने लगेगें। हालाँकि कूड़े के लिए डंपिंग ग्राउंड कहाँ बनाया जाएगा ये भी तय कर लेगें।