नई दिल्ली। इस कोरोनाकाल के समय में खराब दिनचर्या और अनुचित खानपान के चलते मोटापा भी आम समस्या बन गया है। खासकर इस कोरोना काल में मोटापे की शिकायत बहुत ज्यादा बढ़ी है। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए लोग डाइटिंग और वर्कआउट का सहारा लेते हैं। हालांकि, अत्यधिक डाइटिंग से मसल्स और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसके लिए डॉक्टर से सलाह के बाद ही डाइटिंग का सहारा लें। वहीं, अत्यधिक वर्कआउट से डिहाइड्रेशन और इंजरी का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ हमेशा कैलोरी गेन करने के समानुपात में बर्न करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो जीएम डाइट जरूर फॉलो करें। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
जीएम डाइट के फायदे
जानकारों की मानें तो इस डाइट का बार-बार सेवन कर सकते हैं। इससे बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हालांकि, जीएम डाइट प्लान दो पीरियड के बीच कम से कम एक हफ्ते का गैप रहना चाहिए। इससे सात दिनों में 7 किलो वजन घट सकता है। साथ ही शरीर से टॉक्सीन बाहर निकल जाता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है। वहीं, फैट भी बर्न होता है। इस डाइट में कई ऐसी चीजें खाने की सलाह दी जाती हैं, जिनमें पानी अधिक होता है। वहीं, कैलोरीज कम होती है।
GM Diet क्या है
साल 1980 में जनरल मोटर्स ने कंपनी के कर्मचारियों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग की फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की मदद से एक डाइट प्लान तैयार किया। इस डाइट प्लान को जीएम डाइट प्लान कहा जाता है। इसमें सप्ताह के सातों दिन की डाइट पर ध्यान दिया जाता है। इस डाइट प्लान में दावा किया गया कि जीएम डाइट को फॉलो करने से सात दिनों में बढ़ते वजन को कम किया जा सकता है। हालांकि, इस दावे पर कई शोध किया जा चुका है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।