बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग में महासचिव सैय्यद मुनीर अकबर के आवास पर स्वतंत्रता संग्राम और भारत रतन से सम्मानित खान अब्दुल गफ्फार खान की जयंती पर समस्त कांग्रेस जनों ने उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं
इस मौके पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग में महासचिव सैयद मुनीर अकबर ने कहा की स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के सहयोगी रहे भारत रत्न से सम्मानित महान स्वतंत्रता सेनानी ख़ान अब्दुल गफ्फार खान का जन्म 6 फरवरी को हुआ था वह 98 वर्ष की जिंदगी में 35 साल जेल में रहे सन 1988 में पाकिस्तान सरकार ने पेशावर स्थित घर में नजर बंद कर दिया था उसी दौरान 20 जनवरी 1988 को उनकी मृत्यु हो गई आज के समय में भारत रतन गफ्फार खान जैसा स्वतंत्र्य योद्धा के त्याग और संघर्ष से हम मौजूदा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक मूल्यों को भटकावों को जानने की दृष्टि मिलती है। उनके दिल में हिन्दुस्तान के लिए अथाह प्रेम था स्वातंत्रता आंदोलन के दिनों में संयुक्त,स्वातंत्र और धर्मनिरपेक्ष भारत बनाने के लिए सन् 1920 में खुदाई खिदमतगार संगठन बनाया। उनके परदादा आबेदुल्ला ख़ान और दादा सैफुल्ला ख़ान जिताने सत्यनिष्ठ,उतने ही लडा़कू थे।
इस मौके पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष गांधी ने कहा कि अविभाजित हिंदुस्तान के जमाने में भारत रत्न ख़ान अब्दुल गफ्फार खान को कई नामों से जाना जाता है- सरहदी गांधी, सीमांत गांधी, बादशाह खान, बच्चा खां आदि । भारत में दो गांधी थे एक मोहम्मद दास करमचंद गांधी और दुसरे खान अब्दुल गफ्फार खां। एक संपन्न परिवार में हुआ था गफ्फार खान बचपन से होनहार बिरवान रहे।
प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव पौरूष शर्मा ने कहा* कि खान अब्दुल गफ्फार खान ने स्वातंत्रता आन्दोलन में कई बार कठोर जेल यातनाओं का शिकार होना पड़ा। जेल में ही उन्होंने सिख गुरूग्रंथ, गीता का अध्ययन किया। इस मौके पर प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव मुस्ताफा खान, सैय्यद मोहतेशिम, शिवकुमार शर्मा, रईस अहमद, आदिल खान, विशाल सिंह, धोनीराम, शौकत अली, रहमत खां,हरीश शर्मा, कार्तिक शुक्ल, ,प्रमोद भार्गव, मुकेश कुमार आदि लोग मौजूद थे
रिपोर्टर नीरज शर्मा