नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर एंटी रोमियों स्कवायड प्रभारी महिला कांस्टेबल ने गुलावठी थाना प्रभारी पर शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाकर डीजीपी, एडीजी, डीएम से शिकायत की है। आरोप है कि थाना प्रभारी ने उसकी नियुक्ति के दौरान उसका शारीरिक शोषण किया। उसके स्थानान्तरण के बाद भी संबंधित थाना प्रभारी उसके पीछे पड़े हुए हैं। उधर, थाना प्रभारी ने आरोपों को निराधार बताया है। हालांकि अब सिपाही महिला थाना मे तैनात है।
महिला थाने में तैनात महिला कांस्टेबल ने एसएसपी को भेजे शिकायती पत्र में बताया है कि वह जुलाई 2017 से जुलाई 2020 तक गुलावठी थाने में बतौर आरक्षी तैनात रही। जुलाई 2020 के बाद उसका स्थानान्तरण महिला थाने में कर दिया गया। आरोप है कि फरवरी 2020 से थाने पर तैनात निरीक्षक सचिन मालिक द्वारा उसका शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया जाने लगा। प्रभारी निरीक्षक उसका हाथ पकड़कर कहीं भी खींचने लगते और उसके कंधे पर हाथ रखकर खड़े हो जाते थे। इतना ही नही आरोप है कि अपने आॅफिस मे बुलाकर गाल खींचते थे। अपने दोस्तों से बातचीत करने के लिए दबाव बनाया जाता था। उसका स्थानान्तरण होने के बाद भी संबंधित प्रभारी निरीक्षक द्वारा उसके मोबाइल एवं निजी जीवन पर जानकारी रखी जा रही है। इसके चलते उसका जीना मुश्किल हो गया है। पीड़िता ने आरोपी प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है।
इंस्पेक्टर सचिन मलिक ने बताया कि आरक्षी का प्रेमी कुछ दिन पहले धारा 151 में जेल गया था। बाद में पता चला कि जेल गया युवक आरक्षी का प्रेमी है। उसके बाद से ही महिला ने आरोप लगाने शुरू कर दिए थें।
एक महिला आरक्षी द्वारा गुलावठी थाना प्रभारी सचिन मालिक पर आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच समिति को सौंप दी गई है। एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।