नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर। कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी अधिकारी की अध्यक्षता में कर करेत्तर की बैठक आयोजित हुई। जिसमें नगरीय निकायों द्वारा वित्तीय वर्ष २०२०-२१ के सितंबर माह की वसूली और विकास कार्यों को लेकर समीक्षा की गई। मानक के अनुरुप वसूली न होने पर औरंगाबाद नगर पंचायत समेत छह निकाय के ईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
निकाय के प्रभारी अधिकारी/एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आरेाग्य सेतु ऐप डाउनलोड करवाने में सिकंदराबाद, अनूपशहर, डिबाई, बुगरासी, बीबीनगर और छतारी का कार्य शून्य से २५ के बीच रहा, जबकि सिकंदराबाद, गुलावठी, बुगरासी, बीबीनगर और छतारी आयुष कवच ऐप डाउनलोड करवाने में कोई कार्रवाई नहंी की गई। लक्ष्य के सापेक्ष वसूली में बुलंदशहर में १८.३३, खुर्जा में २७.९२, जहांगीराबाद में २५.३०, खानपुर में २३. १९ और नरौरा में २४.७९ वसूली की गई, जबकि बुलंदशहर, खुर्जा, गुलावठी, औरंगाबाद, खानपुर और नरौरा में मानक के अनुरुप वसूली न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। साथ ही संपत्ति कर वसूली में बुलंदशहर, जहांगीराबाद, शिकारपुर, डिबाई और बुगरासी सबसे फिसड्डी रहे। छतारी और ककोड़ ईओ को पिंक टॉयलेट का शेष निर्माण शीघ्र कराने की चेतावनी दी गई। साथ ही आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का समय से निस्तारण करने के सभी निकाय ईओ को निर्देश दिए गए। वहीं, गौवंश आश्रय स्थलों में गौवंशों की देखभाल में लापरवाही बरतने और समय से चारा उपलब्ध न कराने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।