प्रयागराज। प्रयागराज की पुलिस ने शनिवार देर रात एक चौंकाने वाला पर्दाफाश किया है। पता चला है कि सोरांव तहसील से सरकारी दस्तावेज को एक रिटायर्ड लेखपाल ने गायब किया। फिर उन्हीं दस्तावेजों के जरिए भू-माफिया ने जमीन का फर्जी बैनामा व दूसरे काम शुरू कर दिए। यहां बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार रिटायर्ड लेखपाल ने दस्तावेज गायब कैसे किया। क्या उसने लेखपाल पद पर रहते हुए ऐसी करतूत की या फिर उसके मददगार कुछ और लोग भी हैं, जो दस्तावेज गायब करने बाद उसके घर पहुंचा दिए थे।
पुलिस की छानबीन में दो लेखपालों व अन्य की भूमिका संदिग्ध
पुलिस की अभी तक की छानबीन में दो लेखपाल समेत कई अन्य की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिसके आधार पर उनके घर छापेमारी की जा रही है। माना जा रहा है कि अगर इस गैंग से जुड़े सभी लोग गिरफ्त में आते हैं तो कई सरकारी कर्मचारी, प्रापर्टी डीलर, भू-माफिया और प्राइवेट लोग बेनकाब हो जाएंगे। पुलिस इस मामले में मिली शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई करनेे की तैयारी कर रही है।
बोलीं, सीओ सोरांव अमिता सिंह
सीओ सोरांव अमिता सिंह ने बताया कि एक शख्स ने लिखित शिकायत की है कि तहसील से गायब दस्तावेज के जरिए कुछ भू-माफिया जमीनों का फर्जी बैनामा करवा रहे हैं। गोपनीय ढंग से इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि तहसील से कुछ दस्तावेज गायब हैं। फिर देर रात सोरांव, नवाबगंज और मऊआइमा पुलिस के साथ मऊआइमा में छापेमारी की गई तो एक रिटायर्ड लेखपाल के घर दस्तावेज मिल गए। मामले में कुछ भू-माफिया की संलिप्तता पाई गई तो उनके घरों पर भी दबिश दी गई।