नीरज शर्मा की रिपोर्ट
खानपुर- सड़क पर रक्त के नमूने देखकर स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों में सड़क पर फैले रक्त के नमूनों को कोरोना टेस्ट किट मानते हुए भगदड़ मच गई। कुछ लोगों द्वारा रक्त के नमूनों को किसी पैथोलॉजी लैब द्वारा फेंके जाने की बात कहने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
रविवार शाम कनौना स्थित स्वामी सत्यानंद स्कूल के पास सड़क पर प्रयोग की हुई रक्त की किट पड़ी हुई थी। कुछ छोटे बच्चे उसको खेलने का सामान समझते हुए अपने घर ले गए। परिजनों द्वारा बच्चों से जानकारी करने पर बच्चों ने इस समान के सड़क पर पड़े होने की बात कही। परिजन व कोई स्थानीय लोग देखने के लिए सड़क पर आ गए। सड़क पर रक्त नमूनों को बिखरे हुए देख स्थानीय लोगों ने नमूनों को कोरोना से संबंधित समझ लिया। जिससे लोगों में चिंता बढ़ गई। सड़क पर रक्त के पड़े होने की सूचना पर दर्जनों लोग एकत्रित हो गए। जानकार लोगों ने उक्त रक्त के नमूनों को किसी पैथोलॉजी द्वारा जांचें हुए सैंपल होने की बात कही। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर में दर्जनों आप पंजीकृत लैब संचालित हैं। जहां पर अप्रशिक्षित टेक्नीशियन द्वारा रक्त के नमूने लिए जाते हैं। और लैब सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का पालन भी नहीं कर रही हैं। जिसे आम जनमानस को काफी नुकसान हो रहा।
किसी लैब द्वारा सड़क पर इस तरीके से नमूनों को फेंका जाना गलत है। रक्त के नमूनों को सड़क पर फेंके जाने की सूचना मिल गई है। जांच की जा रही है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी -डॉ सुनील कुमार सीएससी प्रभारी ऊंचागांव