इटावा। पति-पत्नी के बीच विवाद किसी से छिपे नहीं हैं लेकिन इस तू-तू मैं-मैं के बीच क्या कोई अमानवीयता की हदें पार कर सकता है, ऐसा सोचना भी मुश्किल होता है। लेकिन, इटावा में सरकारी अफसर की इंसानियत पूरी तरह मर गई और उसने पत्नी को ऐसी यातनाएं दीं, जिसे सुनकर रुह कांप जाए। तीन दिन बाद पुलिस ने पीड़ित पत्नी को मुक्त कराया तो सच्चाई सामने आई। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर मुकदम दर्ज करके कार्रवाई शुरू की है।
इटावा थाना अंतर्गत फ्रेंड्स कालोनी के अजीत नगर में भूमि संरक्षण विभाग के वरिष्ठ सहायक संजीव कुमार मकान में पत्नी अर्चना के साथ रह रहे थे। पड़ोसियों की मानें तो उनके बीच अच्छी बनती नहीं थी और रोजना झगड़ा होता था। इधर, तीन दिन से अर्चना बाहर नहीं दिखाई दे रही थी। कन्नौज मायके जानकारी पहुंची तो घर वालों ने फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। मायके वालों ने संजीव को फोन करके बात करनी चाही तो उसने भी टालमटोल कर दिया।
संशकित मां मुन्नी देवी कन्नौज से इटावा आईं तो बेटी को देखकर सन्न रह गई। घर के अंदर बेटी कमरे में बंद थी और बाहर जंजीरें पड़ी थीं। इसपर उन्होंने पड़ोसियों की मदद से पुलिस को बुलवाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे के बाहर जंजीरें तोड़कर अर्चना को बंधन मुक्त कराने के बाद पूछताछ की। इस बीच एएसपी सिटी प्रशांत कुमार ने मौके पर पहुंचकर महिला से पूछताछ की। अर्चना ने बताया कि पति उससे गलत व्यवहार और यातनाएं देते हैं।
एएसपी ने बताया कि संजीव कुमार अक्सर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था और तीन दिन पूर्व उसने पत्नी को कमरे में बंद कर दिया और खिड़की से खाना देता था। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने महिला को मुक्त करा दिया है। वह शराब पीकर नशे में आए दिन पत्नी को पीटता था। मुकदमा दर्ज करके आरोपित पति संजीव कुमार को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है।