नीरज शर्मा की रिपोर्ट
एक शिकायतकर्ता ने सीएमओ के एक बाबू पर लगाया अवैस वसूली का आरोप
बाबू द्वारा दुकान को सील करने की धमकी दिए जाने पर लिखा शासन को पत्र
बुलंदशहर। अवैध नर्सिंगहोम के रजिस्ट्रेशन से लेकर इनके संचालन तक में विभागीय अफसरों की मिलीभगत रहती है। ऐसे हर नर्सिंग होम से महीने का पैसा बंधा रहता है। जबकि झोलाछाप साल में जेब गरम करते हैं। अवैध वसूली और सेटिंग का पूरा खेल सीएमओ आफिस के एक बाबू द्वारा किया जा रहा है। बाबू द्वारा एक युवक की दुकान बंद कराने की धमकी दिए जाने पर युवक ने डरा धमकाकर अवैध उगाही करने की शिकायत आइजीआरएस पोर्टल पर की है।
जिले में काफी संख्या में बिना पंजीकरण के नर्सिंग होम से लेकर क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। जिन्हें स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एक स्टैनो बाबू की सांठगांठ से चलाने का आरोप लगा है। बिना पंजीकरण स्वास्थ्य कार्य करने के लिए अवैध वसूली न दिए जाने पर बाबू द्वारा दुकान सील करने की धमकी देने पर संबंधित व्यक्ति ने शासन को शिकायत भेजकर मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत करने वाले मलूक सिंह ने बताया है कि सीएमओ आफिस में तैनात स्टैनो बाबू ने तमाम पैथोलाजी लैब और अपंजीकृत क्लीनिक से वसूली का खेल चल रखा है। दुकान और लैब सील करने की धमकी देकर पहले डराया जाता और उसके बाद सुविधा शुल्क का महीना बांध दिया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के इस बाबू की सेटिंग और अवैध उगाही के खेल के चलते जिलेभर में तमाम अपंजीकृत पैथोलाजी लैब और क्लीनिक का कारोबार फलफूल रहे हैं। शिकायत भले ही अब हुई हो लेकिन पिछले कई माह से छापेमारी के नाम पर वसूली का खेल खुलेआम चल रहा है। विभाग के अफसरों और कर्मचारियों में इसकी चर्चा भी खूब है लेकिन कार्रवाई के नाम पर अफसर चुप्पी साधे रहते हैं। लैब ही नहीं जिलेभर के कई अल्ट्रासाउंड सेंटर से भी खूब वसूली हुई है। संबंधित बाबू ने पूछने पर आरोप को निराधार बताया। कहा कि मैं शिकायत करने वाले को जानता नहीं हूं। सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। जो भी शिकायत आई है उसके आधार पर जांच कराई जाएगी। मामले में बाबू दोषी मिलता है तो संबंधित पर कठोर कार्रवाई होगी।
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