दरियापुर गांव,बुलंदशहर
बुलन्दशहर । उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ गांवों में बद से बदतर हालात हैं, जहां देखो जलभराव और गंदगी की समस्या बनी हुई है तो वही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के दरियापुर गांव का नजारा एकदम अलग है, गांव की पोखर को झील का रूप दे दिया गया है मानो आप किसी पिकनिक स्पॉट पर आ गए हैं। पूरे गांव में पक्की सड़कें हैं हर एक रोड पर स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं। गांव की तस्वीरें देख आप को ऐसा लगेगा जैसे आप शहर की किसी पॉश कॉलोनी की तस्वीरें देख रहे हैं, गांव के लोगों का कहना है कि ग्राम प्रधान को स्वच्छ भारत योजना अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 लाख रुपए की राशि और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया था, वह राशि भी ग्राम प्रधान ने गांव के विकास पर खर्च कर दी ।देखिए बुलंदशहर के दरियापुर गांव से हमारी खास रिपोर्ट।
बता दे दरियापुर गांव बुलंदशहर तहसील का एक गांव है गांव की आबादी तकरीबन 8,000 है और बेहद साफ और स्वच्छ अमीर गांव हैं ।गांव में ज्यादातर लोग शिक्षित है और या तो बिजनेसमैन हैं या किसी कंपनी में जॉब कर रहे हैं, गांव के लोगों का कहना है कि गांव में पहले कुछ भी नहीं था गांव के हालात बेहद खस्ता थे बेहद गंदगी और कच्चे रोड थे पर अब तस्वीरें कुछ और ही हैं, बीते चुनाव में जब युवा प्रधान चुना गया तब से गांव की तस्वीर बदल गई, युवा प्रधान ने सिर्फ एक साल में ही गांव की जो मेन समस्या पोखर की जो बनी हुई थी उसे हल करा दिया, गन्दगी से भरी पोखर की वजह से रिश्तेदार भी गांव में नहीं आ पाते थे।
मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में एक प्रोग्राम में तमाम स्वच्छ भारत अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले लोगों को सर्टिफिकेट और धन राशि देते हुए सम्मानित किया गया था, जिसमे बुलंदशहर के दरियापुर के प्रधान मोहम्मद उस्मान भी शामिल थे। मोहम्मद उस्मान का कहना है कि यदि सभी ग्राम प्रधान अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए गांवों में कार्य करें तो गांव की तस्वीर बिल्कुल बदल सकती है क्योंकि प्रधान को काफी निधि मिलती है साथ ही, अगर प्रधान चाहे तो बाकी अन्य लोगों से सहायता मांगते हुए गांव का विकास करा सकता है, ग्राम प्रधान का मानना है कि यदि गांव की भलाई के लिए आप को हाथ जोड़कर विधायक या सांसद की मदद मांगनी पड़े तो क्या बुराई है। अगर सभी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए काम करें तो हिंदुस्तान के हर गांव की तस्वीर हमारे गांव दरियापुर जैसी हो सकती हैं।