नई दिल्ली। उम्मीद जताई जा रही है की आपूर्ति के बाद से कोवाक्सीन का प्रोडक्शन और ज्यादा होने लगेगा। उसके बाद देश में को वैक्सीन की बढ़ती डिमांड के चलते ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसकी डोज़ लगाई जा सकेगी।
जानकारी के मुताबिक भारत बायोटेक लिमिटेड और इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के बीच में एक करार हुआ है। इस करार के तहत वैक्सीन बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाले कच्चे माल की सप्लाई इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड की ओर से की जाएगी। इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के मैनेजिंग डॉक्टर के आनंद कुमार ने कहा कि उनकी कंपनी बहुत जल्द ही कोवाक्सीन के लिए ड्रग सब्सटेंस तैयार करना शुरू कर देगी। अनुमान के मुताबिक जुलाई तक वैक्सीन बनाने वाले सब्सटेंस को भारत बायोटेक तक पहुंचा दिया जाएगा।
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड महीने में तकरीबन डेढ़ करोड़ वैक्सीन बनाने वाला कच्चा माल भारत बायोटेक को सप्लाई करेगी। बाद में धीरे-धीरे इसकी क्षमता को बढ़ाया जाएगा। अभी देश में कोवाक्सीन का उत्पादन कोविशील्ड की तुलना में कम हो रहा है। लोगों को लगाई जाने वाली वैक्सीन ने भी सबसे ज्यादा कोविशील्ड ही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक उनकी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन का निर्माण हो और साल के अंत तक चूंकि पूरे देश मैं 18 साल से अधिक उम्र के सभी का टीकाकरण किया जाना है। इसलिए उनकी कार्य योजना ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन उत्पादन की है।