ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने मंगलवार को बिसरख गांव में बड़ी कार्रवाई की। कॉलोनाइजरों द्वारा खसरा नंबर 773 पर प्राधिकरण की अधिगृहीत जमीन पर बसाई गई अवैध कॉलोनी में से करीब 20 हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त कराया गया।
अभी 30 हजार वर्ग मीटर जमीन अभी कॉलोनाइजरों के कब्जे में हैं। दैनिक जागरण ने अवैध कॉलोनी बसाने की खबरों को पिछले दिनों प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कराई।
कुछ कॉलोनाइजर कर रहे थे अवैध कब्जे की कोशिश
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि बिसरख के खसरा नंबर 773 की जमीन प्राधिकरण की अधिग्रहित व कब्जा प्राप्त जमीन है। कुछ कॉलोनाइजर इस जमीन पर अवैध निर्माण कर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे।
वर्क सर्किल तीन के वरिष्ठ प्रबंधक मनोज सचान, प्रबंधक प्रशांत समाधिया और सहायक प्रबंधक गौरव बघेल की टीम ने मंगलवार को मौके पर जाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। करीब तीन घंटे तक यह कार्रवाई चली।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ ही बिसरख कोतवाली की पुलिस भी इस कार्रवाई में शामिल रही। टीम ने लगभग 20 हजार वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया।
तत्काल खाली करने की दी चेतावनी
टीम ने खसरा नंबर 750 की जमीन पर अवैध निर्माण करने वालों को भी तत्काल खाली करने की चेतावनी दी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति ने अवैध कब्जे की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने लोगों से अपील की है कि इन कॉलोनाइजर के झांसे में आकर अपनी कमाई न फंसाएं।
ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
खसरा नंबर 663 पर अवैध निर्माण करने पर मामला दर्ज
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी हिमांश वर्मा ने बताया कि बिसरख गांव में खसरा नंबर 663 अधिगृहीत भूमि है। इस पर भी कुछ लोगों ने अवैध तरीके से रात के अंधरे में निर्माण कर लिया।
उनके विरूद्ध बिसरख कोतवाली में दिसंबर 2023 में मामला दर्ज कराया गया था। इनमें कुलदीप भाटी और अजय शामिल है। पुलिस को फिर से पत्र भेजकर कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। शीघ्र निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा।