नीरज शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर। कृषि कानून के खिलाफ किसान दिल्ली-बॉर्डर पर जमे हुए है और कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं, प्रदेश व्यापारी आंदोलन के दौरान जिला स्तर पर आंदोलन को सफल बनाने के लिए पदाधिकारियों का आना-जाना लगा हुआ है।
बृहस्पतिवार को भाकियू अंबावता ने कार्यकर्ताओं को चिल्ला बॉर्डर पर एकत्र होने का आह्वान किया है। भाकियू अम्बावता के प्रदेश महासचिव चौधरी पवन तेवतिया ने बताया कि सरकार द्वारा जो कानून लागू किया गया है। वह किसान विरोधी है। जिसको वापस लेने की मांग को लेकर प्रदेशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं। बताया कि संगठन से जिले के १०० से अधिक किसान २० दिन से दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं और अभी भी बॉर्डर पर किसानों के आने का सिलसिला जारी है। बताया कि जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बताया कि १७ दिसंबर को जिले के किसानों से आंदोलन में भाग लेने की अपील की।