भारत सरकार के विजन के तहत डीडीयू-जीकेवाई के माध्यम से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा
गौतमबुद्ध नगर: भारत सरकार के विजन के तहत दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के माध्यम से उत्तरप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा में स्किल डिवेलपमेंट सेंटर खोला गया है। यह योजना वोकेशनल ट्रेनिंग और स्किल डिवेलपमेंट विभाग के तहत चलाई जा रही है।
यूपी-दिल्ली बेस्ड प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर कंसलटेंसी फर्म रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईपीएल) को यूपी के 3 जिलों में परियोजना का क्रियान्वयन करने वाली एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया। यह केंद्र ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 में स्थित हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रूप से पिछड़े युवाओं को कौशल निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें प्रशिक्षण के दौरान निशुल्क रूप से रहने की सुविधा और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। उम्मीदवार का चयन योग्य युवाओं को एकत्र कर, उनकी सहज अभिरुचि और रुझान की परीक्षा लेकर और काउंसलिंग के माध्यम किया जाएगा। युवाओं को ऑफर किए जाने वाले कोर्सेज़ निर्माण और बिल्डिंग मटीरियल से संबंधित कोर्स मेसन जनरल, ड्राफ्ट्समैन, सर्वेयर, स्ट्रक्चर और क्वॉलिटी टेक्नीशियन शामिल है। ये सभी कोर्स 4 से 5 महीने की अवधि के हैं। हर केंद्र पर 35 उम्मीदवारों के 4 बैच होंगे। योग्य उम्मीदवार को प्लेसमेंट भी ऑफर किया जाएगा।
आरईपीएल में होल टाइम डायरेक्टर ऋचा मिश्रा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम सरकार की कौशल विकास योजना का हिस्सा बनकर वाकई बहुत खुश हैं। हम अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल नौजवान और महत्वांकाक्षी युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए करेंगे। ये युवक प्रशिक्षित होकर राष्ट्र के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पहले चरण में 840 उम्मीदवारों को हम प्रशिक्षित करेंगे। इसके बाद इस योजना का न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि भारत के अन्य राज्यों में भी विस्तार किया जाएगा। “
आरईपीएल योजना विभाग के एवीपी और एचओडी श्री प्रभाकर कुमार ने सरकार की नई कौशल विकास योजना औरनए केंद्र के बारे में बताते हुए कहा, “इन केंद्रों के साथ हमारा लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं से जुड़ना है, जो प्रतिभाशाली और सक्षम तो हैं, लेकिन कई कारणों से उन्हें विकास के लिए उचित प्लेटफॉर्म नहीं मिल पाता। इंडस्ट्री के दिग्गजों के संरक्षण में ये केंद्र न सिर्फ ग्रामीण युवाओं की विभिन्न कौशल को हासिल करने में मदद करेंगे। इन केंद्रों की मदद से युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा। हम युवाओं को उद्ममिता के कौशल से लैस करना चाहते हैं, जिससे वह आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सकें। गाजियाबाद और बुलंदशहर के युवाओं को जल्द ही एकत्र करना शुरू किया जाएगा।“
डीडीयू-जेकेवाई राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का हिस्सा है। ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) ने ग्रामीण युवाओं की रोजगार संबंधी जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं को पूरी करने के लिए इस कार्यक्रम की घोषणा की है।