नॉएडा में स्थित नोबल को-ऑपरेटिव बैंक के फाउंडर विजय कुमार शर्मा को कल यानि 10 मई को चेन्नई की जीवा यूनिवर्सिटी ने उनके बैंकिंग एवं फाइनेंस के क्षेत्र में विशिष्ठ योगदान को देखते हुए डॉक्ट्रेट की मानक उपाधि से नवाजा। जिसके बाद लोगों ने उन्हें बधाई दी। आपको बता दें कि समारोह में चेन्नई हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति पी. भास्करन, तमिल नायडू के चुनाव आयुक्त टी.चंद्रसेकरन, आईएएस, तथा जीवा यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. आर. मुथुराज एवं अन्य अधिकारीगढ़ मौजूद रहे।
तस्बीरों में दिखने वाले यही नोबल बैंक को-आपरेटिव बैंक के फाउंडर वीके शर्मा है। जिन्होंने मई 2003 में इस बैंक की नींव रखी। और आज इतनी ऊंचाइयों तक लेके गए। विजय कुमार शर्मा का मानना है, कि हम लोगों को ऐसी सुविधा दें, ताकि लोग उससे ये सोचे और विचार आये कि ये हमारा बैंक है। वही वीके शर्मा ने बताया कि हमारी बैंक ने मई 2018 में 15 साल कर लिए इसके उपलक्ष्य में एक भव्य स्थापना दिवस मई में मनाने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि वैसे तो नोबल को- ऑपरेटिव बैंक के फाउंडर का शौक आर्मी में जाने का था, लेकिन कुछ कारणों की बजह से वो आर्मी ज्वाइन नहीं कर पाए। उन्होंने CA का टेस्ट पास किया और को-ऑपरेटिव क्षेत्र चुन लिया। वीके शर्मा का मानना है, कि अगर आप समाज के लिए कुछ करना चाहते हो तो इससे अच्छा क्षेत्र कोई नहीं है। अभी फिलहाल हमारी बैंक में 35 हजार लोग एकाउंट होल्डर है, और 3 हजार लोगों को हमने लोन दिया हुआ है। हम इस तरह अपने ग्राहकों के साथ व्यवहार करते है, कि कोई भी एकाउंट होल्डर इसे अपनी ही बैंक समझे और उसे किसी प्रकार की कोई समस्या न पैदा हो।
Buy Historical Whois Data