इटावा। जिला अस्पताल में बुधवार की रात्रि भर्ती हुईं प्रसूता शालिनी के बच्चे की मौत हो गई। इस पर स्वजन ने अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। इससे रात भर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
महिला जिला अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड के वार्ड नंबर 3 के बेड नंबर 13 पर भर्ती प्रसूता शालिनी पत्नी अरुण कुमार उम्र 22 वर्ष निवासी नंदलालपुर, छिबरामऊ-कन्नौज ने बताया कि उसकी यह दूसरी संतान थी। पहला प्रसव घर पर ही हुआ था। प्रसव के बाद बच्चा खत्म हो गया था। दूसरे प्रसव के लिए जिला अस्पताल आया जहां पर पहले तो चिकित्सकों ने मना किया बमुश्किल प्रसव हुआ। जिसकी हालत खराब होने पर ननद अनुराधा पत्नी सत्येंद्र यादव निवासी नगला हद मैनपुरी जल्दबाजी में प्राइवेट एंबुलेंस से किसी निजी अस्पताल में ले गई जहां पर उसकी मृत्यु हो गई।
जिला अस्पताल के चिकित्सक के. भरत ने बताया कि शालिनी का बच्चा पैदा होते ही निर्जीव था। उसे अंबू के माध्यम से सांस दी गई तथा उसे एसएनसीयू में रखा गया। उसे वेंटीलेटर पर लेकर सैफई जाने की सलाह दी, लेकिन उसकी ननद जबरन बच्चे को निजी अस्पताल ले गई। निजी एंबुलेंस चालक अंबू मांगता रहा सरकारी उपकरण को दिया नहीं जा सका। बच्चे की मृत्यु हो गई। अब आरोप लगा रहे हैं।
मामले में वार्ड ब्वाय पर सवाल उठे
एसडीएम सदर सिद्धार्थ, सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह व सीएमएस महिला डॉ. अशोक जाटव गुरुवार की सुबह स्वजन से मिले और मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने बताया कि नवजात का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। एंबुलेंस के वार्ड बॉय की लापरवाही सामने आई है। उसने नवजात को अत्यधिक प्रेशर की ऑक्सीजन दे दी जिससे उसकी मौत हो गई। वार्ड ब्वॉय को चिन्हित कर लिया गया है, फिलहाल वह भाग गया है उसकी तलाश की जा रही है।