गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन खुशी के तहत जनपदीय पुलिस कहीं ना कहीं लोगों के परिवार से बिछड़े हुए को मिलाने का कार्य कर रही है, या यूं कहें कि ऑपरेशन खुशी परिवार को खुश रहने का मौका भी दे रही है। ऑनलाइन गेम खेलते हुए गाजियाबाद से बिजनौर गए 7वी के छात्र को मसूरी पुलिस ने किया बरामद।
इसी कड़ी में मसूरी थाना इलाके के मिसल गढ़ी से दस नवम्बर को गुमशुदा हुए एक 13 वर्षीय छात्र को पुलिस ने 18 घंटे से भी कम समय में बरामद कर परिवार को दीपावली का पर्व मनाने का सुनहरा मौका प्रदान कर दिया है। जिसकी क्षेत्र में जमकर सराहना हो रही है।
इस मामले में सीओ सदर एमपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 नवंबर को देर रात करीब 1:30 बजे आकाश नगर की रहने वाली महिला पूनम द्वारा सूचना दी गई कि उनका 13 वर्षीय पुत्र संदीप घर से रहस्यमय तरीके से स्कूटी व मोबाइल लेकर कहीं गुमशुदा हो गया है। और अभी तक वापस नहीं आया। पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। मुकदमा पंजीकृत कर मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाकर छात्र की तलाश की जा रही थी। इसी बीच परिजनों द्वारा बताया गया कि उनके पुत्र संदीप को पब्जी गेम खेलने का बहुत शौक था और इसी गेम के चलते वह कई बार घर से नाराज हो जाया भी करता था। पीड़ित द्वारा बताए गए बातों और नंबर सर्विलांस पर लगाकर पता चला कि संदीप पब्जी गेम खेलते खेलते बिजनौर निवासी सुशांत से दोस्ती हो गई और घर से नाराज होकर बिजनौर पहुंच गया। लोकेशन के आधार पर एसएचओ राघवेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर राजेश बाबू और कॉन्स्टेबल मोहित कुमार द्वारा कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद बिजनौर निवासी सुशांत के घर पहुंच कर गुमशुदा हुए संदीप को सकुशल बरामद कर लिया गया।
परिजनों ने छात्र की बरामदगी की खबर पाकर खुशी का इजहार कर पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा की गई। साथ ही पुलिस को संकट मोचन की संज्ञा देते हुए दीपावली पर दिवाली का पर्व मनाने का परिजनों को मौका भी दे दिया।