देहरादून। समयावधि पूर्ण होने के बाद भी यदि कोई कार्यदायी संस्था बिना यातायात पुलिस को सूचित किए सड़क पर निर्माण कार्य जारी रखती है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। यह बात डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने त्योहारी सीजन के मद्देनजर सुरक्षा व यातायात को लेकर आयोजित बैठक में कही।
डीआइजी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्तमान में स्मार्ट सिटी के तहत सड़कों पर हो रहे निर्माण कार्य के संबंध में कार्यदायी संस्थाओं के साथ गोष्ठी कर कार्य को समय पर पूर्ण करने के लिए वार्ता करें, ताकि समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया जाए। डीआइजी ने कहा कि अधिकारी थाने में नियुक्त समस्त पुलिस बल को पीक आवर पर यातायात के दबाव को नियंत्रित करने के लिए समय से ड्यूटी प्वाइंटों पर नियुक्त करेंगे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, यातायात को समस्त संबंधित विभागों को पत्र भेजने के लिए भी आदेशित किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक देहात परमिंदर सिंह डोबाल, पुलिस अधीक्षक यातायात प्रकाश चंद्र, पुलिस अधीक्षक अपराध लोकजीत सिंह के साथ-साथ सभी सीओ मौजूद रहे।
आसमान में मंडराए हेलीकॉप्टर
राजधानी में मंगलवार को आसमान में दो हेलीकॉप्टर काफी देर मंडराते रहे। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि हेलीकॉप्टर किस कारण से आसमान में मंडरा रहे थे। इसको लेकर आमजन में काफी कौतूहल रहा।
पटेलनगर व आसपास के क्षेत्र में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अचानक हेलीकॉप्टर की गडग़ड़ागट सुनकर लोग चौंक गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हेलीकॉप्टर सेना के थे। जो एक विशेष क्षेत्र में राउंड मारते दिखे। एकबारगी तो हेलीकॉप्टर जमीन से काफी कम ऊंचाई पर मंडराते नजर आए। लोग अपने घर की छत से काफी देर तक हेलीकॉप्टरों को देखते रहे। इसको लेकर दिनभर तरह-तरह की कयासबाजी भी चलती रही।
बता दें कि, कुछ दिन पहले ही भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान रात के घुप अंधेरे में दून के ऊपर से गुजरे थे। इन विमानों की गर्जना सुनकर लोग चौंक गए थे। संभावना जताई जा रही है कि सीमा पर जिस तरह पड़ोसी देश चीन लगातार तनाव बढ़ा रहा है, उसी के मद्देनजर भारतीय वायुसेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में उड़ान भरने का अभ्यास किया था।