झारखंड राज्य के कई शहर और गांव में काले नमक का काम अवैध रूप से बहुत जोरों से चल रहा है जिसमें की कतरास धनबाद केंदुआदी चिरकुंडा दुखीदा कपूरिया शेतूल मूरी सराईडीला शिजुका जैसे क्षेत्र शामिल हैं इन क्षेत्रों में काले नमक का व्यापार बहुत बड़े पैमाने पर किया जा रहा है इन क्षेत्रों में सभी फैक्ट्रियां अवैध रूप से चल रही हैं व्यापारियों के पास ना कोई रजिस्ट्रेशन है ना कोई फूड लाइसेंस की परमिशन है ऐसी फैक्ट्रियां प्रदूषण का भी सबसे बड़ा स्त्रोत बनती जा रही हैं इसकी वजह से क्षेत्र के आसपास का वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है इन फैक्ट्री को चलाने में जो इंधन कोयला उपयोग में लाया जाता है वह सब पूर्णता चोरी का होता है और यह व्यापारी लोग गरीब व्यक्तियों से भी जबरन सस्ते में कोयला खरीद कर उसका उपयोग काला नमक बनाने में करते हैं इनकी काला नमक बनाने की उत्पादन लागत लगभग 6 रुपए किलो आती है और बिक्री 15 से ₹20 किलो की करते हैं रोज का 15 से 20 ट्रक का माल तैयार करते हैं और बाहर के शहरों में भेजते हैं इससे सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपए राजस्व की हानी हो रही है। इससे ना तो गरीब आदमी का भला हो रहा है ना सरकार का सिर्फ निजी जेबें भरी जा रही हैं। ये व्यापारी रोज लाखों रूपयों की लेन देन का व्यापार करते है इनके पास खरीददारी का कोई भी पक्का बिल नहीं होता है। ये व्यापारी लोग सब गैरकानूनी हथकंडे अपनाते हैं थाना और चौकी की मिलीभगत से इनका सारा काम चल रहा है आसपास के चौकी और थानों को भी इसकी जानकारी है पर ये व्यापारी लोग। पुलिस वालो को भी रिश्वत देकर अपना काम करा रहे है जिससे कानून का भी उलंघन हो रहा है। मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन सभी व्यापारियों के बैंक खातों की जांच कराई जाए जिससे इन सभी लोगों की कालाबाजारी का सरा सच सामने आए। जांच करने पर और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने नजर आएंगे।
ये जानकारी हमें गुप्त सूत्रो से मिली है की यह व्यापारी लोग अपना व्यापार दबंग गिरी और अपराधिक तरीकों से अपना कारोबार कर रहे हैं