ग़ाज़ियाबाद: प्रदेशभर में किसानों ने अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन जारी रखा हुआ है वही गाजियाबाद के किसानों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया किसानों का आरोप है की मधुबन बापूधाम योजना में 2007 के बाद जो मुआवजा तय हुआ था उस पर जीडीए और प्रशासन मिलीभगत कर मुआवजा को एक समान ना देने का प्रयास कर रहा है जिसको लेकर लगातार प्रदर्शन भी होते रहे हैं आज जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर सैकड़ों की तादाद में किसानों और महिलाओं ने प्रदर्शन किया महिलाओं ने इस दौरान सड़क को घेर लिया और वहां बैठकर थाली भी बजाई किसानों का आरोप है कि 2007 में जो मधुबन बापूधाम कई सौ एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था उसको लेकर सम्मान मुआवजा नहीं दिया जा रहा लगातार उस को लेकर बैठक के होती रही लेकिन नतीजा कोई नहीं निकला उसके बाद से अब लगातार किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उनका साफ तौर पर कहना है कि जब तक सम्मान मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक योजना पर आगे काम नहीं होने दिया जाएगा ना ही वहां पर कोई विकास कार्य किसान करने देंगे किसानों का यह भी आरोप है कि इस पूरे खेल में जीडीए के साथ साथ प्रशासन भी मिलीभगत करने के प्रयास में लगा है जिसको लेकर प्रदेश सरकार कोई कदम नहीं उठा रही ऐसे में किसानों का रुख पहले भी कड़ा हो चुका है और आज एक बार फिर किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया हालांकि इस दौरान ज्यादातर किसानों के ना तो चेहरे पर मास्क नजर आया और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था हालांकि इतनी भारी तादाद में आए किसानों को प्रशासन भी संभालने में असफल नजर आ रहा था मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी ने किसानों से बातचीत की लेकिन उस पर अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है जिसको लेकर किसानों ने साफ कह दिया है कि अगर उनको सम्मान मुआवजा नहीं दिया गया तो मधुबन बापूधाम योजना को वह बंद करा देंगे