लखनऊ। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में उत्तर प्रदेश की स्थिति लगातार बहुत अच्छी हो रही है। सतत प्रयासों से अब पूरे प्रदेश में एक्टिव कोविड मरीजों की कुल संख्या 30 हजार से भी कम हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतोष जताया है। हालांकि उन्होंने कोरोना कर्फ्यू में राहत के बाद कई जिलों में लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन न करने जैसी मिल रही शिकायतों पर नाराजगी जताई है। सीएम योगी ने सख्त लहजे में कहा कि कोरोना कर्फ्यू से छूट का आशय ‘लापरवाही’ की छूट होना नहीं है। यह स्थिति किसी के लिए अच्छी नहीं है।
कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 का बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक का सहयोग आवश्यक है। पुलिस प्रशासन को सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को जागरूक भी करें, साथ-फुट पेट्रोलिंग, चेकिंग और आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जानी चाहिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कोरोना प्रोटोकॉल का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। रात्रिकालीन बंदी को प्रभावी बनाने के लिए शाम छह बजे से ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टक का उपयोग करें। कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने।
18+ को कोविड सुरक्षा कवर देने में यूपी प्रथम : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है। 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। अब तक 1,51,81,813 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 35,05,573 लोग वैक्सीन के दोनों डोज दी जा चुका है। इस प्रकार प्रदेश में अब तक वैक्सीन के कुल 1 करोड़ 86 लाख 87 हजार 386 डोज एडमिनिस्टर किए जा चुके हैं। एक जून से प्रारंभ सभी 75 जिलों में 18+ आयु के टीकाकरण अभियान में लोगों की भागीदारी उत्साहजनक है। इस महाभियान के पहले दिन एक जून को साढ़े 5 हजार सेंटरों पर 3,42,000 से अधिक लोगों ने वैक्सीन का सुरक्षा-कवर प्रॉप्त किया। इस क्रम को और बेहतर किया जाए।
जनरल ओपीडी शुरू करने के निर्देश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन निःशुल्क है। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित हो, इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था लागू की गई है। वेटिंग एरिया और ऑब्जर्वेशन एरिया की समुचित व्यवस्था हो। लोगों को कम से कम समय तक प्रतीक्षारत रहना पड़े। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस महाभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर प्रदेश में स्थिति तेजी से बेहतर हो रही है। हमारे 64 जिलों में 600 से कम एक्टिव केस रह गए हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी का प्रारंभ किया जाए। ओपीडी में आने के लिए मरीज का समय पूर्व निर्धारित हो। अपॉइंटमेंट सिस्टम अनावश्यक भीड़ को रोकने में कारगर होगा। इमरजेंसी सेवाएं चौबीसों घंटे जारी रखी जाएं।
अब तीन से चार दिन का आक्सीजन बैकअप : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि आक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे आक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं। सतत नियोजित प्रयासों का ही परिणाम है कि आज अधिकांश मेडिकल कॉलेजों और रिफिलर्स के पास में तीन से चार दिन का आक्सीजन बैकअप हो गया है। बीते 24 घंटों में 454.7 मीट्रिक टन आक्सीजन का वितरण किया गया है। औद्योगिक इकाइयों को आक्सीजन के उपयोग की अनुमति दी जा चुकी है। इन गतिविधियों को सुचारु रखा जाए। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण जारी है। डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ आदि के लिए पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग भी शुरू हो चुका है। यह कार्य यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए। सुविधानुसार भौतिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।