बुलंदशहर: कोरोना के संकटकाल में देशभर के कोचिंग सेंटर्स और बुक सेलर्स के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस महामारी के दौर में नौबत ये हो गई है कितने ही कोचिंग संस्थान अपना सामान समेटने में लग गए हैं।
तस्वीर यूपी के बुलंदशहर जनपद की हैं जहां कोचिंग सेंटर को खाली किया जा रहा है। कोरोना काल में नामी-गिरामी कोचिंग सेंटर हो या फिर स्थानीय क्षेत्रीय कोचिंग सेंटर, सभी के लिए यह काफी दिक्कतों भरा रहा है,वहीं कुछ कोचिंग संस्थान तो अपना सामान ही समेटकर चले गए हैं।
लॉजिस्टिक कंपनी में कार्यरत दानिश कुमार ने बताया कि उन्हें कोचिंग सेंटर चलाने वाली फर्म ने ठेका दिया है. वो जगह-जगह से कोचिंग सेंटर का सारा सामान उनके हेड ऑफिस पहुंचा रहे हैं. दानिश कहते हैं कि लॉकडाउन से अब तक काफी कोचिंग सेंटर्स बंद हुए हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में किराया देना नामुमकिन है तो कोचिंग सेंटर संचालकों को यही रास्ता उचित लगा। देश-दुनिया में इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से कोई भी कार्य क्षेत्र ऐसा नहीं है, जो प्रभावित न हुआ हो,अगर बात की जाए कोचिंग सेंटर्स की तो कोरोना काल में कोचिंग सेंटर और उनसे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को न सिर्फ काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है, बल्कि उनके सामने रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है।