कोरोना महामारी ने समाज के हर वर्ग एवं सेवा को को बुरी तरह प्रभावित किया है जिसमें सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं के साथ ही गर्भवती महिला एंव छोटे शिशु की जाॅच एवं उपचार तथा मधुमेह व किडनी रोगी भी हैं। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने बताया कोविड के दौरान संस्थान द्वारा ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से लोगों को परामर्श एवं उपचार सुविधा उपलब्ध करा रहा है जिसमें मेडिसिन, पीडियाट्रिक, ई0एन0टी0, सर्जरी, त्वचा रोग आदि विशेषताऐं हैं। ई-संजीवनी पोर्टल पर संस्थान द्वारा पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीजों को सलाह दी गयी।
वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमण एवं मरीजों की घटती संख्या को देखते हुए राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा में दिनांक 01 जून से सोमवार से शुक्रवार शनिवार डायबिटिक, किडनी रोगियो के साथ ही गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 सौरभ श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डा0 शिखा सेठ के निर्देशन में प्रातः 09 से 01 बजे तक गर्भवती महिलाओं की नियमित जाॅच के साथ रक्त परीक्षण, मूत्र परीक्षण, टीकाकरण आदि तथा अपरान्ह 12 बजे से 02 बजे तक डायबिटीज क्लीनिक तथा 02 बजे से 04 बजे तका रीनल (किडनी) समस्या वाले मरीजों को देखा जायेगा।
इसके साथ ही जिले में 01 जून 2021 को अन्य सामान्य मरीजों को घर पर ही परामर्श उपलब्ध कराये जाने हेतु ‘‘उपचार मोबाइल ऐप‘‘ का लोकार्पण किया जा रहा है। इस ऐप द्वारा मोबाइल पर ही सामान्य मरीज घर बैठे ही डाक्टर से परामर्श ले सकंेगे।