कोरोना का यह दौर भारत के लिए ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के लिए भी बहुत बड़ी समस्याएं लेकर आया है। कोरोना की दूसरी लहर में, स्वस्थ लोगों से लेकर छोटे-छोटे बच्चे भी संक्रमित हो रहे है। जो लोग पहले से ही कई गंभीर समस्याओं से लड़ रहे हैं, ऐसे में एक्सपर्ट्स उन्हें इस समय और भी ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे ही गंभीर मरीजों में सम्मलित हैं किडनी की समस्या से जूझ रहे लोग। उन लोगों को कैसे रखना चाहिए इस दौरान अपना ख्याल, आइए जानें।
विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह, हृदय रोग, किडनी रोग, ब्लड प्रेशर वाले लोगों की इम्यूनिटी पावर पहले से काफी कमजोर होती है, ऐसे में कोरोना उन लोगों को आसानी से ही अपनी चपेट में ले सकता है। इसके अतिरिक्त जिन लोगों को क्रोनिक किडनी डिसीज की समस्या भी है या फिर वह डायलिसिस पर हैं, तो उन्हें कोरोना के गंभीर संक्रमण का जोखिम ज्यादा होता है। ऐसे में किडनी की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए, आइए बताते हैं।
आपको घर पर जरूरत है उचित देखभाल की
किडनी की कई बीमारियों से परेशान लोगों के लिए घर पर भी विशेष सावधानी की जरूरत होती है। ऐसे मरीजों को जब तक बहुत ज्यादा जरूरी ना हो तो घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ हाथों की सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसके अलावा मरीजों को भी अच्छे खान-पान के साथ शरीर में हाइड्रेशन को बनाए रखने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। समय पर दवाइयां लें और अपने लक्षणों की निगरानी करते रहना चाहिए।
डायबिटीक व किडनी पेशेंट्स को बरतनी चाहिए ये सावधानियां
– घर पर हाइजीन का खास ख्याल रखें।
– बार-बार साबुन से अच्छे से हाथ धोते रहें।
– एक ही चीज को बार-बार अलग-अलग सदस्य न छुएं।
– मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। घर पर आइसोलेट रहने की कोशिश करें। इमरजेंसी होने पर ही डॉक्टर को दिखाने जाएं।
– घर पर इस्तेमाल होने वाले हैंडल, टॉवल, रिमोट आदि जैसी चीज़ों को हफ्चे में कम से कम दो बार सेनिटाइजर से जरूर साफ करें।
– डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीज में कोरोना के लक्षण सामान्य की तुलना में ज्यादा होते हैं। इनके कोरोना से ग्रसित होने पर गंभीरता बढ़ने से खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें।
– कैंसर मरीज की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। बाहर से घर पर पहुंचते ही सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
– हाई ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों में भी इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है। उन्हें रूटीन दवाइयां समय पर लेते रहना चाहिए।