बुलंदशहर: बुलंदशहर में भी गंगा खतरे के निशान से सिर्फ डेढ़ मीटर नीचे बह रही है। बुलंदशहर के कई ऐसे घाट हैं जहां जलस्तर बढ़ने से आस-पास का इलाका पूरी तरह प्रभावित हो जाता है। बुलंदशहर रामघाट, राजघाट, नरौरा घाट समेत कई ऐसे घाट हैं जहां पानी का स्तर बढ़ने से ना सिर्फ गंगा के आस पास लगी फसलों में भारी नुकसान होता है, बल्कि जनजीवन को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे अगर यहां बाढ़ जैसे हालात बने तो उनसे कैसे निपटा जाएगा? इसपर एडीएम वित्त एंव राजस्व मनोज कुमार सिंघल ने बताया कि गंगा घाटों के आस पास में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं जबकि नाव और नाविकों का नामांकन कर सूचीबद्ध किया जा चुका है। तो वही प्रत्येक गंगा किनारे विभिन्न विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए घाटों व किनारों पर विशेष गोताखोरों को भी मुस्तेद रखने के आदेश दिए गए है।
फिलहाल बुलंदशहर जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर हर स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजामात कर लिए है।